नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के सरकारी आवास समेत कई संपत्तियों के किराए का भुगतान नहीं किया गया है। इनमें में से बहुत सी संपत्तियां अन्य कांग्रेस नेता भी इस्तेमाल कर रहे हैं।
केंद्रीय शहरी विकास व आवास मंत्रालय ने एक आरटीआई अर्जी के जवाब में कहा है कि कांग्रेस के कई नेता सरकारी इमारतों का किराया नहीं चुका रहे हैं। इन नेताओं में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का भी नाम है। पार्टी ने दिल्ली स्थित मुख्यालय और सोनिया गांधी के निवास का किराया लंबे समय से नहीं चुकाया है। लाखों रुपया बकाया हो गया है। यह जानकारी आरटीआई कार्यकर्ता सुजित पटेल की अर्जी के जवाब में केंद्रीय आवास मंत्रालय ने दी है।
कांग्रेस व नेताओं पर कहां का, कितना किराया बकाया
- दिल्ली के अकबर रोड पर कांग्रेस पार्टी मुख्यालय का 12,69,902 रुपये का किराया लंबित। आखिरी बार किराया दिसंबर 2012 में चुकाया गया।
- 10 जनपथ रोड स्थित सोनिया गांधी के आवास का 4,610 रुपये का किराया बाकी है। पिछला किराया सितंबर 2020 में चुकाया गया था।
- नई दिल्ली की चाणक्यपुरी में सोनिया गांधी के निजी सचिव, विन्सेंट जॉर्ज के बंगला नंबर C-ll / 109 का 5,07,911 रुपये बाकी है। आखिरी बार किराया अगस्त 2013 में चुकाया गया था।
क्या कहता है नियम
आवास नियमों की बात करें तो यह राष्ट्रीय और राज्य के राजनीतिक दलों को आवास की अनुमति देता है। प्रत्येक पार्टी को अपना कार्यालय बनाने के लिए तीन साल का वक्त दिया जाता है। इसके बाद सरकारी बंगला खाली करना होता है। आपको बता दें कि कांग्रेस को जून 2019 में 9-ए राउन एवेन्यू पर पार्टी कार्यालय बनाने के लिए जमीन आवंटित की गई थी। कांग्रेस को 2013 में ही उक्त दफ्तर व कुछ बंगले खाली करने थे, जो उसने अभी तक नहीं किए हैं। देश की सबसे पुरानी पार्टी कई बार इन्हें खाली करने की मियाद बढ़वा चुकी है।
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