नई दिल्ली। गूगल ने अपने मैप्स में बड़ी सुविधा दे दी है। नए अपडेट के बाद आप गूगल मैप्स पर पिन कोड की मदद से भी एड्रेस सर्च कर सकेंगे और किसी को अपने पिन कोड के साथ एड्रेस शेयर भी कर सकेंगे। गूगल ने कहा है कि पिन कोड के जरिए सर्च का विकल्प गूगल मैप्स में पहली बार भारत में जारी किया गया है।
गूगल मैप का नया फीचर Plus Code है। इस फीचर की मदद से यूजर अपने घर का डिजिटल पता बना पाएंगे। डिजिटल एड्रेस में लोगों के नाम, इलाके और घर के नंबर की जरूरत नहीं होती है। डिजिटल एड्रेस कोड प्लस कोड अक्षांश और देशांतर पर आधारित होते हैं और संख्याओं और अक्षरों के एक छोटे क्रम के रूप में प्रदर्शित होते हैं, जो सीधे दरवाजे तक सटीकता प्रदान करते हैं। प्लस कोड व्यवसायों की खोज और नेविगेशन को भी आसान बनाते हैं।
डिजिटल एड्रेस कोड बनाने के लिए देश के हर घर को अलग-अलग आइडेंटिफाइ किया जाएगा। और एड्रेस को जियोस्पेशियल कोऑर्डिनेट्स (geospatial coordinates) से लिंक किया जाएगा, जिससे हर किसी के एड्रेस को सड़क या मोहल्ले से नहीं बल्कि नंबर्स और अक्षरों वाले एक कोड से हमेशा पहचाना जा सके। यह कोड एक स्थायी कोड होगा।
गूगल मैप्स की ‘प्रोडक्ट मैनेजर’ अमांडा बिशप ने कहा, ‘‘हम उपयोगकर्ताओं को सशक्त बनाना चाहते हैं, इसी क्रम में वे अपनी दैनिक जरूरतों के लिए ‘प्लस कोड’ पतों का सीधे इस्तेमाल कर सकेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत में यह सुविधा एक महीने पहले शुरू की थी। यह प्रसन्नता का विषय है कि भारत में तीन लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं ने प्लस कोड्स के जरिए अपने घरों का पता खोज लिया।’’
बता दें कि पिछले साल नवंबर में गूगल ने आईओएस के लिए मैप्स एप में डार्क मोड की घोषणा की थी, जबकि फरवरी में गूगल मैप्स में डार्क मोड एंड्रॉयड के लिए जारी हुआ था। कुछ महीने में गूगल ने मैप्स के लिए इको फ्रेंडली रूट, लाइट नेविगेशन जैसे फीचर्स जारी किए हैं। लाइट नेविगेशन में साइकिल सवार को काफी मदद मिलती है।
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