मोहाली जिले में अपराध को कम करने के उद्देश्य से सेफ मोहाली प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। प्रोजेक्ट के तहत जीरकपुर डेराबस्सी और लालड़ू में 400 इटेलीजेंस सी प्लस कैमरे इंटॉल किए गए हैं। इन कैमरों की खुबियां जानकार आप भी हैरान हो जाएंगे।
जीरकपुर। शहर में अपराधियों की अब खैर नहीं, 400 इंटेलीजेंस सी प्लस कैमरे अब हर आने-जाने पर पैनी नजर रखेंगे। दुर्घटना हो या वारदात अंजाम देते ही कैमरों में स्कैन हो जाएगा पूरा डाटा। जी हां, हाईटेक्नीक से लेस शहर में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सी प्लस कैमरे इंस्टॉल कर दिए गए हैं।
शहर में बढ़ रहे अपराध जैसे महिलाओं से छेड़छाड़, स्नैचिंग और लूटपाट की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत ‘सेफ मोहाली प्रोजेक्ट’ के उद्देश्य से सब डिवीजन जीरकपुर व हलका डेराबस्सी में सी प्लस कैमरे लगाने का काम लगभग आखिरी पड़ाव पर पहुंच चुका है। वारदातों को अंजाम देने वाले अपराधियों पर इन कैमरों के माध्यम से अब खुफिया नजर रखी जाएगी। वहीं, ट्रैफिक नियमों की उल्लंघना करने वाले वाहनों को भी आसानी से कैप्चर किया जा सकेगा। जीरकपुर, डेराबस्सी व लालडू को मिलाकर पूरे शहर में 400 आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सी प्लस कैमरे इंस्टॉल किए जा रहे हैं। कैमरों की मदद से आटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर (एएमएनपीआर) कैमरा में आने वाले हर व्हीकल का पूरा डाटा स्टोर हो जाएगा।
जीरकपुर के लाइट प्वाइंट पर इंस्टॉल किए गए कैमरे।
इन लोकेशंस पर इंस्टॉल किए कैमरे
प्रोटोकॉल सैल्युशन कपंनी के डायरेक्टर नवनीत सिंह ने बताया कि लगभग पूरे डेराबस्सी, जीरकपुर व लालड़ू एरिया में 400 कैमरे इंस्टॉल तो कर दिए गए हैं। लेकिन कुछेक जगह पर अभी कैमरों पर लाइट कनेक्शन देना बाकी है। भांखरपुर, लालड़ू, झरमेड़ी, डेराबस्सी, सिंघपुरा लाइट, नाभा साहिब, ढकौली फाटक, कालका चौक, पटियाला चौक, सेखों बैंक्विट ऐसे प्वाइंट एक्सीडेंट प्रोन एरिया हैं। इन प्वाइंट को मुख्य रखते हुए लोकेशन-टू-लोकेशन सिंघपुरा चौक पर 10 सी प्लस कैमरे, कालका चौक पर 16 और पटियाला चौक पर 12 कैमरे इंस्टॉल किए गए हैं। अभी तक उनकी कंपनी से कैमरों की मेंटेनेंस को लेकर कोई टॉयअप नहीं हुआ है। बहरहाल प्रोटोकॉल सैल्युशन कंपनी की ओर से इन कैमरों को शहर के एंट्री व एग्जिट प्वाइंट पर इंस्टॉल किया गया है। शहर में बढ़ रही वारदातों के मद्देनजर इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस कैमरों को लगाया गया है ताकि हर आने-जाने पर नजर रखी जा सके।
ये है सी प्लस कैमरों की क्वालिटी
शहर में लगने वाले 400 आर्टिफिशियल इंटलीजेंस कैमरे 800 मीटर की दूरी से भी वाहन को स्कैन कर सकते हैं। जिनमें वाहन का नंबर, रंग, स्पीड, समय व मॉडल आटोमैटिक रीड करने के बाद कंट्रोल के सरवर रूम में एक ब्लॉग तैयार कर देगा। यह ब्लॉग 20 से 25 दिन तक सरवर रूम में स्टोर रहेगा। इस ब्लॉग में स्टोर हुए डाटा से किसी भी वारदात के बाद 250 दिन तक जानकारी ली जा सकेगी। इन कैमरों के लिए एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। चंडीगढ़ सेक्टर-33 बेस्ड प्रोटोकॉल सैल्युशन कपंनी के डायरेक्टर नवनीत सिंह ने बताया कि उनकी टेक्नीकल टीम इस पर काम कर रही है। व्हीकल कैप्चरिंग व क्वालिटी के लिए इन कैमरों को आठ फीट की हाइट पर लगाया गया है और एक खंबे पर लोकेशन के हिसाब से कम से कम छह कैमरे लगाए गए हैं।साभार-दैनिक जागरण
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