राजनाथ सिंह ने पश्चिम बंगाल के सुकना वॉर मेमोरियल में शस्त्र पूजा की, इस दौरान उनके साथ आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद रहे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दशहरे के मौके पर दार्जीलिंग के सुकना वॉर मेमोरियल में शस्त्र पूजा की। उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि चीन के साथ सीमा पर चल रहा तनाव खत्म हो। इस इलाके की शांति बनी रहे। मुझे भरोसा है कि हमारी सेना किसी को हमारी जमीन का एक इंच हिस्सा भी नहीं लेने देगी। इससे पहले रविवार सुबह वे नाथू ला दर्रा पहुंचे और जवानों को दशहरे की शुभकामनाएं दीं।
रक्षा मंत्री पश्चिम बंगाल और सिक्किम के 2 दिन के दौरे पर हैं। इस दौरान उनके साथ आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे भी मौजूद रहे। राजनाथ ने सुबह ट्वीट कर देशवासियों को विजयादशमी की शुभकामनाएं दीं।उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के जवानों से भेंट करके मुझे हमेशा बेहद खुशी होती है। उनका मनोबल बहुत ऊंचा रहा है। इसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए कम है। राजनाथ ने शनिवार को दार्जीलिंग के सुकना में 33 कोर के मुख्यालय का दौरा कर पूर्वी सेक्टर में सेना की तैयारियों की समीक्षा की थी।
‘सैनिकों का साहस सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा’
रक्षा मंत्री ने कहा कि हाल ही में लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर जो कुछ भी हुआ और जिस तरह से हमारे जवानों ने बहादुरी से जवाब दिया, इतिहासकार हमारे जवानों की उस वीरता और साहस को सुनहरे शब्दों में लिखेंगे।
लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के 40 से ज्यादा सैनिक मारे गए थे। सीमा पर तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच 7 राउंड की बातचीत हो चुकी है। भारत ने लद्दाख में चीनी सेना का मुकाबला करने के लिए वहां करीब 60,000 सैनिकों को तैनात किया है।साभार दैनिक भास्कर
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