गाजियाबाद। बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था के मद्देनजर शासन ने जिले में एडिशनल एसपी के दो नए पद सृजित किए हैं। इस दोनों पदों पर तैनाती भी कर दी गई है। गाजियाबाद के एसपी क्राइम ज्ञानेंद्र सिंह को जिले में ही एएसपी सेकेंड बनाया है, जबकि बरेली के एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद गंगवार को एएसपी थर्ड बनाया है। एटीएस लखनऊ के एएसपी व आईपीएस अधिकारी अतुल शर्मा को एसपी क्राइम गाजियाबाद बनाया गया है। अतुल शर्मा 2016 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। अधिकारियों का कहना है कि दो नए एएसपी के कार्यक्षेत्र का निर्धारण जोन व रेंज के अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
अब जिले में एसपी के चार पद हो जाएंगे।
पिछले कुछ दिनों से जिले में अपराधी बेलगाम हैं। लूट, डकैती व हत्या की वारदातों से जिला थर्रा उठा है। बताया जा रहा है कि अपराध की गूंज लखनऊ तक पहुंची तो शासन को जवाबदेही तय करने के लिए गाजियाबाद में एडिशनल एसपी के दो नए पद सृजित करने पड़े। बढ़ते अपराधों पर लगाम कसने और बेहतर पुलिसिंग के लिए ऐसा किया गया है। पदों के सृजन के बाद बृहस्पतिवार रात को ही शासन स्तर से इन दोनों पदों पर एएसपी सेकेंड और एएसपी थर्ड की पोस्टिंग भी कर दी गई। उधर, एएसपी के दो नए पद सृजित होने के बाद शुक्रवार को पुलिस विभाग में दिनभर जिले में कमिश्नर सिस्टम लागू होने को लेकर चर्चा जोरों पर रही। मेरठ से तय होगा दोनों एएसपी के कार्यक्षेत्र का निर्धारण
जिले में तैनात किए गए दो नए एएसपी के कार्यक्षेत्र के बारे में कोई दिशानिर्देश शासन ने स्पष्ट नहीं किए हैं। बताया गया है कि दोनों अफसरों का कार्यक्षेत्र कौन सा होगा इसका फैसला एडीजी और आईजी स्तर के अफसरों द्वारा किया जाएगा। संभव है कि ये दोनों अधिकारी जिले के एसएसपी संग मंत्रणा करने के बाद नए एएसपी के कार्यक्षेत्रों का निर्धारण कर सकते हैं। एएसपी ज्ञानेंद्र सिंह जनपद में पहले से ही तैनात हैं, लेकिन सुभाष चंद्र गंगवार को अभी अपनी आमद दर्ज करानी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों पदों के कार्यक्षेत्र को लेकर जोन और रेंज के आला अफसर जल्द फैसला कर सकते हैं।
अतुल शर्मा की तैनाती निरस्त होने की चर्चा
एटीएस लखनऊ के एएसपी व 2016 बैच के आईपीएस अतुल शर्मा को जिले का नया एसपी क्राइम बनाया गया है। उनके तबादले को लेकर चर्चा है कि अतुल गाजियाबाद जनपद के ही रहने वाले हैं। लिहाजा उनका तबादला निरस्त किया जा सकता है। अतुल शर्मा के गृह जनपद में ही तैनात होने की चर्चा लोगों में दिनभर रही।
दो साल पहले वैभव कृष्ण ने भेजा था प्रस्ताव
जिले में क्राइम कंट्रोल करने के लिए पुलिसिंग कैसी हो, कितने थाने और बनाए जाएं और पुलिस बल बढ़ाने के साथ अफसरों की संख्या में बढ़ोत्तरी करने का एक प्रस्ताव पूर्व एसएसपी वैभव कृष्ण ने दो साल पहले शासन को भेजा था। शासन को भेजे अपने प्रस्ताव में वैभव कृष्ण ने अपने प्रस्ताव में गाजियाबाद में दो एसपी सिटी और दो एसपी देहात बनाए जाने की जरूरत पर जोर दिया था। उन्होंने लिखा था कि जिले का ट्रांस हिंडन और लोनी क्षेत्र दिल्ली से सटा होने के कारण काफी महत्वपूर्ण है। यहां आपराधिक घटनाएं भी ज्यादा हैं। जिनकी रोकथाम के लिए यहां अलग से एसपी सिटी और एसपी देहात की जरूरत है।
जल्द ही कमिश्नर सिस्टम लागू होने के लग रहे कयास
रातोंरात जिले में एएसपी के दो नए पद सृजित करने के फैसले को अलग-अलग तरह से लिया जा रहा है। लोगों के साथ-साथ पुलिस महकमे में भी चर्चा है कि नोएडा की तर्ज पर जल्द ही गाजियाबाद में भी कमिश्नर सिस्टम लागू होने जा रहा है। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं। लोगों में चर्चा है कि जल्द ही गाजियाबाद में कमिश्नर सिस्टम की घोषणा सरकार द्वारा की जा सकती है। साभार-अमर उजाला
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