गाज़ियाबाद। जनपद में बीते माह कारोबारी अमित सेठ की सनसनीखेज हत्या के मामले का पुलिस ने गुरुवार को खुलासा कर दिया। इस मामले में पुलिस ने कारोबारी के पूर्व पार्टनर और शूटर्स समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनसे हत्या में प्रयुक्त पिस्टल, तमंचा बरामद किया है। 96 लाख रुपये का बार-बार तकादा करने पर अमित की हत्या की गई थी। एक शूटर अभी भी फरार है।
25 सितम्बर को दोपहर अमित सेठ पुत्र रमेश सेठ को चिरंजीव विहार स्थित घर से अपनी फॉर्च्यूनर कार में निकलते ही तीन अज्ञात मोटरसाईकिल सवार बदमाशों ने गोली मार दी थी। अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी। इस सम्बन्ध में मृतक के भाई अश्वनी कुमार सेठ ने थाना कविनगर में मुकदमा दर्ज कराते हुए पांच लोगों पर शक जताया था। घटना के अनावरण पुलिस टीमों का गठन किया गया था।
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने गुरुवार को एक प्रेसवार्ता में बताया कि मुखबिर की सूचना पर आत्माराम स्टील तिराहे से रोहित, पवन कुमार, आकाश, वीरु व सुन्दर को घटना में प्रयुक्त पिस्टल, तमन्चा, कारतूस, स्कूटी सहित गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि हत्या की पूरी योजना रोहित गुप्ता ने तैयार की थी। रोहित मृतक अमित सेठ से पिछले सात वर्षों से जुड़ा हुआ था। पहले वह फैक्टरी में कार्य करता था बाद में फैबरिक के कार्य में रोहित की पार्टनरशिप अमित सेठ के साथ हो गई थी। इस पार्टनरशिप में अमित के रोहित के ऊपर लगभग 96 लाख रुपया बकाया हो गया था। इसके लिए अमित सेठ रोहित से बार बार अपने रुपये की मांग कर रहा था तथा न देने पर उसके खिलाफ कार्यवाही के लिए कह रहा था। इन लोगो के बीच बार बार रुपये को लेकर आपस में गाली गलौच भी हो रही थी। इससे निबटने के लिए ही रोहित ने अमित सेठ की हत्या की योजना बनाई।
एसएसपी ने बताया कि रोहित ने अपने साथ काम करने वाले दुजाना गांव के सुन्दर से घटना की योजना के बारे में बात की। सुन्दर ने घटना के क्रियान्वन के लिए ग्राम कूरी थाना जानी जिला मेरठ के रहने वाले वीरु नाम व्यक्ति से बात की। वीरु ने पहले तो इस पूरी घटना के लिए लीले नामक अपराधी को सेट करने की बात की थी लेकिन वह पूर्व से ही जेल में था। तब वीरु ने कूरी गांव के आकाश से सम्पर्क किया तथा आकाश के माध्यम से पवन एवं सागर को पूरी घटना को अन्जाम देने के लिए तैयार करवाया। इस पूरी घटना को अन्जाम देने के लिए 5 लाख रुपये में सौदा हुआ था, जिसमें से दो लाख रुपये नकद के तौर पर दे दिए गए थे तथा शेष 03 लाख रुपये घटना के बाद देने थे।
वारदात से पहले कर रहे थे रैकी
घटना से तीन-चार दिन पहले ही रोहित और सुन्दर ने पवन, आकाश और सागर को मृतक अमित सेठ का घर दिखा दिया था। सागर ने वारदात से तीन दिन पहले नोएडा ओमैक्स मॉल के बाहर से मोटरसाइकिल चोरी की थी। इसी गाड़ी से सागर, पवन और आकाश ने कई बार रैकी की। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में बदमाशों ने बताया है कि घटना से एक दिन पहले 24 तारीख को तीनों मोटरसाइकिल पर अमित सेठ के घर के पास आये थे लेकिन अमित सेठ के घर से न निकलने के कारण उस दिन घटना को अंजाम नहीं दे सके। लेकिन अगले दिन अमित के घर के पास पार्क में छुप कर बैठ गए थे और मौका मिलते ही अमित की हत्या कर दी। रोहित ने अमित को कपड़े के किसी काम का लालच देकर घर से बाहर निकाला था।
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