सिहानी गेट पुलिस थाना क्षेत्र में सेना का सामान ले जा रहे ट्रक के चालक व मुंशी से हुई लूट का पुलिस ने बारह घंटे के भीतर खुलासा कर दिया। जबकि पुलिस को इस मामले की सूचना भी काफी देर से मिली थी। सेना का मामला होने के कारण सिहानी गेट पुलिस को रविवार शाम को पांच बजे लूट की सूचना मिली, जबकि पुलिस ने बारह घंटे के भीतर तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करके लूटे गए 19 हजार रुपए, 315 बोर का एक तमंचा, दो कारतूस, एटीएम कार्ड व वारदात में प्रयुक्त स्विफ्ट कार बरामद कर ली है।
एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने लूट का खुलासा करने वाली सिहानी गेट पुलिस को दस हजार रुपए ईनाम देने की घोषणा की है। पुलिस ने इस मामले में तीन बदमाशों सोनू प्रजापति पुत्र राकेश कुमार निवासी ब्रहपुरी घूकना मोड़ सिहानी गेट, सोनू त्यागी पुत्र आनन्द त्यागी निवासी राधेश्याम फेस-2 एक्सटेंशन काइट मुरादनगर व प्रवीन पुत्र बनारसी दास गली नंबर-5 घूकना मोड़ हरवंश नगर थाना सिहानी गेट को गिरफ्तार किया है।
एसएसपी ने प्रेसवार्ता में बताया कि दिल्ली कैंट से तीस अगस्त की रात को सेना का सामान लेकर एक प्राइवेट ट्रक इम्फाल (मणिपुर)के लिए चला था। ट्रक में सेना नायक विशाल और हापुड़ के गढ़ निवासी मेन ड्राइवर अशोक थे। नियमानुसार सेना का सामान ले जाते हुए आर्मी का चालक व दूसरे जवान का होना आवश्यक होता है। इसके बावजूद बीच रास्ते में सेना नायक व अशोक दूसरे ड्राइवर अनिल चौहान व ट्रांसपोर्ट कंपनी के मुंशी अतुल और एक अन्य सहायक को ट्रक सौंप घर चले गए।
जब ड्राइवर अनिल चौहान व मुंशी अतुल ट्रक को गाजियाबाद में नए बस अड्डे स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के निकट पहुंचे, उसी दौरान स्विफ्ट कार में सवार तीन बदमाशों ने ट्रक को ओवर टेक करके रुकवाया और शीशा तोड़कर उसमें बैठे दोनों लोगों को उतारकर गाड़ी में डालकर ले गए।
बदमाशों ने ड्राइवर व मुंशी से नकदी व एटीएम आदि सामान लेकर जब कार्ड का पिन नंबर पूछा तो उन्होंने बताने में आनाकानी की। इस पर बदमाशों ने उन्हें जमकर पीटा और शरीर सिगेरट से जलाया। उस दौरान ट्रक पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के सामने खड़ा रहा। लूटपाट करने के बाद बदमाश दोनों को राजनगर एक्सटेंशन में घुमाते हुए चलती कार से फैंक कर फरार हो गए।
पीड़ित ड्राइवर ने इसके बाद सेना के नायक विशाल व अशोक समेत अन्य लोगों को जानकारी दी। सेना का मामला होने के कारण पुलिस को इस मामले की कोई जानकारी नहीं दी गई। बल्कि सेना के जवान ट्रक को गंतव्य के लिए चले गए। पीड़ित ड्राइवर व मुंशी ने रविवार शाम को पांच बजे सिहानी गेट पहुंचकर मामले की जानकारी दी।
एसएसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कई टीमों लगाई। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे की मदद से गाड़ी का नंबर ट्रेस किया। गाड़ी गाजियाबाद आरटीओ कार्यालय से ही रजिस्टर्ड थी। पुलिस ने सूचना मिलने के बाद बारह घंटे के भीतर पूरे मामले का खुलासा कर दिया।
प्रेसवार्ता में मौजूद सीओ सेकेंड अतिश कुमार ने बताया कि इस सराहनीय कार्य को करने वाली टीम में एसएचओ सिहानीगेट उमेश बहादुर सिंह, मोरटा चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक विकास शर्मा, पटेल नगर चौकी प्रभारी मनीष कुमार, हैडकांस्टेबल इरशाद, विपिन जावला, कांस्टेबल अखिलेश, मनोज, अनुज शामिल रहे। एसएसपी ने टीम को 10000 रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
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