भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व स्तर पर पहुंचा दिया है। गुरुवार शाम पाकिस्तान की ओर से जम्मू, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में कथित हमलों की खबरें सामने आईं, जिनका भारतीय सेना ने प्रभावशाली जवाब दिया। इस हालात को देखते हुए दिल्ली में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
दिल्ली सरकार ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए कमर कस ली है। आपातकालीन तैयारियों के तहत सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए राजधानी के सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी हैं। सेवा विभाग द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि मौजूदा हालात और आपात प्रतिक्रिया प्रणाली की समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया है।
कड़ी निगरानी, हर जिले में समीक्षा बैठकें
राजधानी के सभी जिलों में जिला मजिस्ट्रेट अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य सेवाओं और आपदा प्रबंधन तंत्र की समीक्षा कर रहे हैं। विशेषकर अस्पतालों, एम्बुलेंस सेवाओं, और राहत केंद्रों की तत्परता की गहन जांच की जा रही है।
पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि वे त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली की जांच कर रहे हैं और किसी भी प्रकार की खामियों की पहचान कर उसे दूर करने की प्रक्रिया में जुटे हैं।
दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सतर्कता, इंडिया गेट खाली कराया गया
दिल्ली पुलिस पूरी तरह सतर्क और सक्रिय है। संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात कर दिए गए हैं। रात की निगरानी को भी बढ़ा दिया गया है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हर थाना क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है और अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है।”
इसके साथ ही इंडिया गेट जैसे लोकप्रिय सार्वजनिक स्थलों को भी एहतियात के तौर पर खाली कराया गया है। पुलिस ने वहां घूमने आए नागरिकों से अनुरोध किया कि वे तुरंत क्षेत्र खाली कर दें। सुरक्षा कारणों से ट्रैफिक को भी नियंत्रित किया गया है।
सेना की तत्परता: ड्रोन हमलों को किया गया निष्फल
सेना के अनुसार, पाकिस्तान की ओर से हुई गतिविधियों में ड्रोन के माध्यम से घुसपैठ की कोशिशें की गईं, जिन्हें भारतीय सेना ने अपने अत्याधुनिक एंटी-ड्रोन सिस्टम से निष्फल कर दिया। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीमाओं पर निगरानी और प्रतिकार की व्यवस्था को और सशक्त किया गया है।
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