पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने आतंकवाद के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है। तीनों सेनाओं ने मिलकर “कंबाइंड ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और POK में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया। इस कार्रवाई के बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया है और राष्ट्रीय सुरक्षा को देखते हुए कई अहम फैसले लिए गए हैं, जिनका सीधा असर आम यात्रियों पर भी पड़ा है।
25 एयरपोर्ट्स अस्थायी रूप से बंद, 400 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द भारत सरकार और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने सुरक्षा कारणों से देश के उत्तर और पश्चिमी हिस्सों में स्थित 25 हवाईअड्डों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। इसके साथ ही 400 से अधिक फ्लाइट्स को या तो रद्द कर दिया गया है या रीशेड्यूल किया गया है।
इन शहरों में सबसे ज्यादा असर नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद जैसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट्स पर भी उड़ानों के शेड्यूल में बदलाव हुआ है।
श्रीनगर, लेह, जम्मू, अमृतसर, पठानकोट, चंडीगढ़, जोधपुर, जैसलमेर, शिमला, धर्मशाला, और जामनगर जैसे उत्तर भारत और पश्चिम भारत के एयरपोर्ट्स पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं।
10 मई तक कैंसिल रहेंगी कई उड़ानें सूत्रों के मुताबिक, 10 मई तक कई घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को रद्द या स्थगित किया गया है। सुरक्षा एजेंसियों द्वारा एयरस्पेस की निगरानी के चलते यह निर्णय लिया गया है।
क्या यात्रियों को मिलेगा रिफंड? जानिए एयरलाइंस की नीति इस स्थिति में सबसे अहम सवाल यह है कि जिन यात्रियों की फ्लाइट्स कैंसिल हो गई हैं, उन्हें रिफंड मिलेगा या नहीं?
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने घोषणा की है कि सशस्त्र बलों से जुड़े यात्रियों को पूरा रिफंड दिया जाएगा और रीशेड्यूलिंग पर शुल्क में छूट मिलेगी।
अन्य निजी एयरलाइंस जैसे इंडिगो, स्पाइसजेट और विस्तारा से भी इसी तरह की नीतियों की उम्मीद की जा रही है, हालांकि इसकी पुष्टि उनके कस्टमर केयर या वेबसाइट से करनी चाहिए।
क्या करें यात्री? एयरलाइन की वेबसाइट या ऐप पर जाकर फ्लाइट स्टेटस चेक करें।
हवाईअड्डे पर निकलने से पहले पुष्टि करें कि आपकी उड़ान रद्द नहीं हुई है।
अगर फ्लाइट कैंसिल हुई है, तो तुरंत एयरलाइन से संपर्क करें और रिफंड या रीबुकिंग के विकल्प जानें।
दिल्ली एयरपोर्ट की सलाह दिल्ली एयरपोर्ट ने अपनी एडवाइजरी में यात्रियों से कहा है कि टर्मिनल और रनवे सामान्य रूप से काम कर रहे हैं, लेकिन एयरस्पेस की बदलती स्थिति के कारण कुछ उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। इसलिए घर से निकलने से पहले फ्लाइट की पुष्टि अवश्य करें।
सुरक्षा सर्वोपरि, असुविधा के लिए खेद “ऑपरेशन सिंदूर” आतंक के खिलाफ भारत की बड़ी रणनीतिक कार्रवाई है। हालांकि इससे आम यात्रियों को कुछ असुविधा जरूर हुई है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों की जान की हिफाज़त सबसे पहले है। एयरलाइंस और सरकार यात्रियों को पूरी मदद देने के लिए तत्पर हैं।
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