पाकिस्तान इन दिनों संकट के भंवर में फंसा हुआ है। पहले भारतीय सेना का ‘ऑपरेशन सिंदूर’, फिर बलूचिस्तान में BLA का हमला, और अब लाहौर में एक के बाद एक हुए धमाकों ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। गुरुवार की रात लाहौर में पुराने एयरपोर्ट के पास जोरदार धमाके हुए, जिन्हें चश्मदीद मिसाइल अटैक बता रहे हैं। धमाकों के बाद एयरपोर्ट को तुरंत बंद कर दिया गया, जिससे दर्जनों उड़ानें प्रभावित हुईं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मिसाइल अटैक या आतंकी हमला? चश्मदीदों का दावा है कि दो से तीन जबरदस्त धमाके हुए, जिनकी गूंज पूरे शहर में सुनी गई। इनमें से एक प्रत्यक्षदर्शी का कहना है कि हमला मिसाइल से किया गया था। हालांकि, आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। लेकिन घटनास्थल की तस्वीरें और वीडियो यह दर्शाते हैं कि कई इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। यह हमला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान की जमीन पर अब तक की दूसरी सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक के अड्डों पर भारतीय सेना का करारा प्रहार 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लांच किया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। सेना के अनुसार, इन ठिकानों से भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश रची जा रही थी। इस कार्रवाई में करीब 100 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि की गई है, जिससे पाकिस्तान स्थित कई आतंकी संगठनों की कमर टूट चुकी है।
पाकिस्तान के अंदर भी विद्रोह की चिंगारी पाकिस्तान की मुश्किलें सिर्फ सीमाओं पर ही नहीं, बल्कि अंदरूनी हिस्सों में भी बढ़ती जा रही हैं। बलूचिस्तान में सक्रिय बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने बुधवार को पाकिस्तानी सेना की एक गाड़ी को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें कई सैनिकों के मारे जाने की आशंका है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान न केवल बाहरी हमलों से जूझ रहा है, बल्कि आंतरिक विद्रोह भी उसकी सुरक्षा व्यवस्था को कमजोर कर रहा है।
पाकिस्तान के लिए खतरनाक मोड़ लगातार हो रही इन घटनाओं से पाकिस्तान की सुरक्षा और संप्रभुता पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं। एयरपोर्ट जैसे संवेदनशील क्षेत्र में मिसाइल हमला इस ओर इशारा करता है कि पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि पाकिस्तान ने जल्द ही अपनी नीतियों में बदलाव नहीं किया, तो देश के अंदर अराजकता और भी बढ़ सकती है।
लाहौर धमाके, ऑपरेशन सिंदूर और बलूच विद्रोह — ये तीनों घटनाएं एक संकेत हैं कि पाकिस्तान अब चौतरफा दबाव में है। जहां एक ओर भारतीय सेना सीमाओं पर आतंकी ठिकानों को तबाह कर रही है, वहीं दूसरी ओर देश के भीतर भी हालात बेकाबू हो रहे हैं। आने वाले दिन पाकिस्तान के लिए और भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं।
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