उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ जब एक हेलिकॉप्टर गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस भीषण हादसे में पायलट समेत सात में से छह लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक यात्री गंभीर रूप से घायल है।
हेलिकॉप्टर एयरोट्रांस कंपनी का था, जो सहस्त्रधारा हेलीपैड (देहरादून) से हर्षिल के लिए उड़ान भर चुका था। सुबह करीब 8:45 बजे हादसे की खबर मिलते ही पुलिस, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, मेडिकल टीम और अन्य आपदा प्रबंधन बल मौके के लिए रवाना हो गए। रेस्क्यू ऑपरेशन तत्काल शुरू किया गया।
मृतकों में चार यात्री मुंबई से और दो आंध्र प्रदेश से बताए जा रहे हैं। घायल यात्री को एयरलिफ्ट कर देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन की ओर से मृतकों के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है।
चारधाम यात्रा के दौरान दूसरी बड़ी चेतावनी गौरतलब है कि उत्तराखंड में इन दिनों चारधाम यात्रा चरम पर है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री जाने के लिए लाखों श्रद्धालु पहाड़ों की ओर रुख कर रहे हैं। कई लोग पैदल यात्रा कर रहे हैं, जबकि बड़ी संख्या में यात्री हेली सेवा का उपयोग कर रहे हैं। ऐसे में इस हादसे ने हवाई यात्रा की सुरक्षा पर बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है।
मौसम भी बना मुसीबत का कारण आज सुबह मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, देहरादून, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल और चंपावत में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बिजली गिरने की चेतावनी जारी की थी। ऐसे में खराब मौसम को भी हादसे का एक संभावित कारण माना जा रहा है। जांच टीम हेलिकॉप्टर का ब्लैक बॉक्स प्राप्त करने की कोशिश कर रही है ताकि दुर्घटना के असली कारणों का पता लगाया जा सके।
पिछले हादसे से भी नहीं लिया सबक महज तीन दिन पहले, 5 मई को बदरीनाथ से देहरादून लौटते समय एक अन्य हेलिकॉप्टर को भी मौसम खराब होने के कारण गोपेश्वर के खेल मैदान में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी। उस वक्त भी निर्माणाधीन मैदान और वाहन पार्किंग के कारण जोखिम की स्थिति बनी थी।
इन घटनाओं से स्पष्ट है कि उत्तराखंड जैसे संवेदनशील और कठिन भौगोलिक क्षेत्रों में हवाई सेवाओं को लेकर एक सख्त नीति और निगरानी तंत्र की आवश्यकता है।
प्रशासन की अपील प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें और हेली सेवा का उपयोग करते समय पूर्वानुमानों को ध्यान में रखें। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, और इसके लिए राज्य सरकार भी हेलिकॉप्टर सेवाओं के संचालन पर कड़ी निगरानी के संकेत दे चुकी है।
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