भारत के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमलों के बीच भारतीय शेयर बाजारों में शुरुआती कारोबार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। यह स्थिति भारतीय बाजारों में निवेशकों के लिए एक चैलेंज साबित हुई, जहां सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही गिरावट के साथ खुले। हालांकि, बाद में बाजार ने संभलने की कोशिश की, और अंततः दोनों सूचकांक ने सकारात्मक रुख अपनाया।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में उतार-चढ़ाव सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 30.14 अंक गिरकर 80,610.93 पर पहुंच गया था, जबकि निफ्टी 5.75 अंक गिरकर 24,377.70 अंक पर था। यह गिरावट भारतीय बाजारों पर बढ़ते राजनीतिक और सैन्य तनाव का असर दिखा रही थी। हालांकि, जैसे-जैसे दिन चढ़ा, बाजार ने सुधार किया और कारोबार के अंत में सेंसेक्स 105.71 अंक बढ़कर 80,746.78 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी ने 34.80 अंक की बढ़त के साथ 24,414.40 पर कारोबार समाप्त किया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रतिक्रिया भारत के इन मिसाइल हमलों को लेकर बाजार की प्रतिक्रिया पर जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि इस ऑपरेशन की सबसे खास बात यह है कि यह केंद्रित और गैर-उग्र था। इसके मुताबिक, भारत के सटीक हमलों पर पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर ध्यान देना होगा। हालांकि, उनकी मान्यता है कि भारत के जवाबी हमलों से बाजार पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि इस तरह के हमलों की संभावना पहले से ही बाजार में थी।
सेंसेक्स की प्रमुख कंपनियों पर असर सेंसेक्स की कंपनियों की बात करें तो एशियन पेंट्स, इंडसइंड बैंक, सन फार्मा, नेस्ले, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और आईटीसी में नुकसान देखा गया। वहीं दूसरी ओर, टाटा मोटर्स, पावर ग्रिड, टाइटन, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और भारतीय स्टेट बैंक में फायदे का कारोबार देखा गया।
विदेशी निवेशकों का समर्थन एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 3,794.52 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक संकेत था, क्योंकि यह दर्शाता है कि विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में विश्वास बनाए हुए हैं, भले ही सैन्य तनाव का असर बाजार पर दिख रहा हो।
वैश्विक बाजारों का रुख एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225, शंघाई का एसएसई कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहे थे। हालांकि, अमेरिकी बाजार मंगलवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे, जो वैश्विक आर्थिक स्थिति के बारे में मिश्रित संकेत दे रहे थे।
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