जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई एयर स्ट्राइक कार्रवाई के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्कता चरम पर है। सोनौली बॉर्डर सहित महराजगंज जिले के सभी सीमाई क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
भारत-नेपाल की खुली सीमा को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां हर प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। एसएसबी की 22वीं बटालियन और स्थानीय पुलिस बल संयुक्त रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों में गहन चेकिंग अभियान चला रहे हैं।
सीमा पर सघन जांच और निगरानी बढ़ी नेपाल से भारत में प्रवेश करने वाले प्रत्येक वाहन, उसमें रखे सामान और यात्रियों की सघन जांच की जा रही है। पैदल सीमा पार करने वालों के पहचान पत्रों की भी जांच की जा रही है ताकि किसी प्रकार की घुसपैठ या संदिग्ध गतिविधि पर तत्काल रोक लगाई जा सके।
सीमा पर तैनात सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरों की मदद से 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है। सीमाई इलाकों में नो-मेंस लैंड के पास एसएसबी जवानों की गश्ती टीमें लगातार सक्रिय हैं और हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
हर चेक पोस्ट पर मुस्तैद पुलिस बल सोनौली, परसामलिक, बरगदवा, ठूठीबारी, निचलौल, नौतनवा और कोल्हुई थाना क्षेत्रों में स्थित नेपाल मार्गों पर विशेष चेक पोस्ट लगाए गए हैं। इन चेक पोस्टों पर प्रत्येक व्यक्ति और वाहन की जांच कर ही सीमा पार करने की अनुमति दी जा रही है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत तैयार सुरक्षा एजेंसियां पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत सुरक्षा एजेंसियां किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं। उन्होंने बताया कि, “भारत-नेपाल सीमा पर आने-जाने वालों को कड़ी जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। किसी भी अराजक तत्व को बख्शा नहीं जाएगा।”
नागरिकों से सहयोग की अपील प्रशासन ने सीमावर्ती गांवों के लोगों से अपील की है कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत पुलिस या सुरक्षा बलों को सूचित करें। आम नागरिकों की सतर्कता और सहयोग से ही सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सकता है।
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