7 मई, 2025 को पूरे देश में होने वाली मॉक ड्रिल एक ऐतिहासिक कदम साबित हो सकती है। यह मॉक ड्रिल उन जिलों में खासतौर पर आयोजित की जाएगी, जिन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय ने चिन्हित किया है। इस ड्रिल का उद्देश्य देश को आकस्मिक आपात स्थितियों के लिए तैयार करना है। खासकर उत्तर प्रदेश में इस ड्रिल को लेकर महत्वपूर्ण तैयारियां की गई हैं। यहां तक कि यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय के आदेश से आगे बढ़ते हुए राज्य के सभी जिलों में मॉक ड्रिल कराने का फैसला लिया है।
गृह मंत्रालय द्वारा चिन्हित जिलों की सूची: उत्तर प्रदेश के 19 जिलों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है – ए, बी और सी। इन जिलों में सुरक्षा, आपदा प्रतिक्रिया और सेना के मूवमेंट के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं।
ए श्रेणी
बुलंदशहर (नरोरा): यह क्षेत्र सबसे संवेदनशील माना गया है क्योंकि यहां स्थित है नरोरा एटोमिक पावर स्टेशन, जो 1991 से कार्यरत है। युद्ध के दौरान इस परमाणु ऊर्जा संयंत्र का महत्व और भी बढ़ जाएगा। इसलिए, गृह मंत्रालय ने यहां मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्णय लिया है ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके।
बी श्रेणी
गाजियाबाद के हिंडन, सहारनपुर के सरसावा, लखनऊ के बख्शी का तालाब, प्रयागराज के बमरौली, कानपुर के चकेरी, आगरा, बरेली और गोरखपुर जैसे जिले मॉक ड्रिल के लिए चयनित किए गए हैं। इन जिलों में एयरफोर्स के स्टेशन हैं और युद्ध की स्थिति में इन क्षेत्रों से सेना का मूवमेंट भी हो सकता है।
सी श्रेणी
बागपत और मुजफ्फरनगर को सी श्रेणी में रखा गया है। यहां भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा ताकि सुरक्षा इंतजामों को और सशक्त बनाया जा सके।
ड्रिल का उद्देश्य ड्रिल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इन जिलों में स्थित संवेदनशील बुनियादी ढांचे, जैसे न्यूक्लियर पावर प्लांट और एयरफोर्स बेस, युद्ध या आपातकालीन स्थिति में पूरी तरह से सुरक्षित रहें। इसके साथ ही, आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए सभी संबंधित विभागों का तालमेल बेहतर किया जाएगा। पुलिस, अग्निशमन सेवा, सिविल प्रशासन और आपदा प्रतिक्रिया बल के साथ यह ड्रिल संयुक्त रूप से की जाएगी, ताकि आपातकालीन परिस्थितियों में तुरंत प्रतिक्रिया देने की क्षमता बढ़ाई जा सके।
यूपी के डीजीपी की टिप्पणी उत्तर प्रदेश के डीजीपी, प्रशांत कुमार ने कहा कि 7 मई को होने वाली इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस के सभी विभागों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में यह ड्रिल सटीक दिशा-निर्देशों के तहत की जाएगी ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटा जा सके।
यह मॉक ड्रिल न केवल देश की सुरक्षा प्रणाली को मजबूत करने का एक प्रयास है, बल्कि यह नागरिकों के लिए भी एक चेतावनी है कि हमें किसी भी आपातकालीन स्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। इस ड्रिल के माध्यम से प्रदेश और देश में सुरक्षा इंतजामों को बेहतर बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में किसी भी संकट का मुकाबला करना आसान हो सके।
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