हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सुरनकोट सेक्टर के हरि मारोटे गांव में सुरक्षा बलों ने एक बड़े आतंकी ठिकाने का भंडाफोड़ किया है, जिसमें पांच शक्तिशाली IEDs (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइसेस) बरामद हुए। पुंछ पुलिस ने इस सफलता की जानकारी दी है, जो सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी जीत साबित हो सकती है। यह घटनाक्रम उस समय हुआ है, जब जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे क्षेत्र में तनाव और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
पाकिस्तान का संघर्षविराम उल्लंघन और भारत की सख्त प्रतिक्रिया पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्षविराम उल्लंघन का सिलसिला लगातार जारी है। विशेष रूप से पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने एक बार फिर से संघर्षविराम का उल्लंघन किया। 04-05 मई 2025 की रात को पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी उकसावे के भारतीय क्षेत्रों में छोटे हथियारों से गोलीबारी की। यह गोलीबारी जम्मू-कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों, जैसे कुपवाड़ा, बारामुल्ला, पुंछ, राजौरी, मेंढर, नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर में की गई। भारतीय सेना ने तुरंत और सटीक प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया।
संघर्षविराम उल्लंघन के बढ़ते आंकड़े भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव इस समय उच्चतम स्तर पर है, और पाकिस्तान की ओर से किए जा रहे संघर्षविराम उल्लंघन लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान ने 11 रातों तक संघर्षविराम का उल्लंघन किया। रविवार देर रात, पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा से सटी कृष्णा घाटी, सलोत्री और खड़ी क्षेत्रों में भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाकर गोलीबारी की, जिसका भारतीय सेना ने तत्काल जवाब दिया।
इस गोलीबारी के घटनाक्रम में सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान के नापाक इरादों का कड़ा जवाब दिया और इन हमलों को नाकाम कर दिया। पाकिस्तानी सेना के इस तरह के उकसावे के बावजूद, भारतीय सेना ने अपनी सतर्कता बनाए रखी और जवाबी कार्रवाई से उनकी हर चाल को विफल किया।
कूटनीतिक पृष्ठभूमि और पाकिस्तान की रणनीति हालिया घटनाओं को देखते हुए, सेना के अधिकारियों का मानना है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के द्वारा यह संघर्षविराम उल्लंघन एक रणनीति का हिस्सा हो सकता है। विशेष रूप से भारत द्वारा सिंधु जल संधि को निलंबित करने की घोषणा और कूटनीतिक कदमों के बाद पाकिस्तान ने अपनी आक्रामकता को बढ़ा दिया है। इसका स्पष्ट संकेत यह है कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन भारतीय सेना हर बार उसे सख्ती से जवाब दे रही है।
नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा और भविष्य की चुनौतियां नियंत्रण रेखा पर लगातार हो रहे संघर्षविराम उल्लंघन और आतंकवादी गतिविधियों से जम्मू-कश्मीर के नागरिकों और सुरक्षा बलों के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है। ऐसे में भारतीय सेना और सुरक्षा बलों का लगातार चौकस रहना जरूरी है, ताकि कोई भी आतंकी गतिविधि या संघर्षविराम उल्लंघन सफल न हो सके।
भारत की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सेना ने कश्मीर घाटी और जम्मू क्षेत्र में अपनी तैयारियों को और मजबूत किया है। सेना का कहना है कि पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे संघर्षविराम उल्लंघन का सामना करते हुए वे भारतीय सीमा की सुरक्षा को प्राथमिकता देंगे और किसी भी स्थिति में भारतीय क्षेत्र की अखंडता से समझौता नहीं करेंगे।
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