भारत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि वह अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा और निर्णायक कदम उठाते हुए पाकिस्तान से सभी प्रकार के आयात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।
क्या है फैसला? वाणिज्य मंत्रालय द्वारा 2 मई को जारी अधिसूचना के अनुसार, अब पाकिस्तान से किसी भी वस्तु का भारत में आयात नहीं किया जाएगा — चाहे वह सीधे पाकिस्तान से हो या किसी तीसरे देश के माध्यम से परोक्ष रूप से। इस निर्णय को विदेश व्यापार नीति 2023 में एक नए प्रावधान के रूप में जोड़ा गया है, और इसका पालन तुरंत प्रभाव से शुरू कर दिया गया है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी विशेष परिस्थिति में आयात की अनुमति दी जाती है, तो उसके लिए केंद्र सरकार की विशेष स्वीकृति अनिवार्य होगी।
पाकिस्तान को कितना होगा नुकसान? हालांकि भारत, पाकिस्तान से बहुत सीमित मात्रा में आयात करता है — 2024-25 के दौरान अप्रैल से जनवरी तक यह आयात केवल 0.42 मिलियन डॉलर का था। इसमें तांबा, फल, मेवे, प्लास्टिक, कांच, चमड़ा आदि शामिल थे। लेकिन यह प्रतिबंध प्रतीकात्मक रूप से और कूटनीतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वहीं भारत से पाकिस्तान को निर्यात कहीं अधिक था — इसी अवधि में 447.65 मिलियन डॉलर का निर्यात किया गया जिसमें प्रमुखता से फार्मा उत्पाद, जैविक रसायन, खाद्य पदार्थ, पेट्रोलियम, ऑटो पार्ट्स, उर्वरक आदि शामिल थे।
आर्थिक मोर्चे पर और भी घेराबंदी भारत सिर्फ व्यापार प्रतिबंध तक सीमित नहीं रहा है। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) से पाकिस्तान को दिए गए ऋण की समीक्षा करने को कहा है। साथ ही भारत यह प्रयास कर रहा है कि पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में फिर से शामिल कराया जाए, जिससे उसकी वैश्विक आर्थिक साख और भी कमजोर हो।
आतंकी हमले की पृष्ठभूमि 22 अप्रैल को पहलगाम के बायसरन घाटी में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) के आतंकियों ने सेना की वर्दी पहनकर पर्यटकों पर बर्बर हमला किया। धर्म पूछकर की गई इस जघन्य घटना में 26 निर्दोष हिंदू तीर्थयात्रियों की हत्या कर दी गई। इस हमले ने न केवल जम्मू-कश्मीर बल्कि पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।
क्या है आगे की रणनीति? भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि अब आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों से किसी भी प्रकार के संबंध नहीं रखे जाएंगे — न आर्थिक, न कूटनीतिक। श्री अमरनाथ यात्रा से पहले हुए इस हमले को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को भी और मजबूत किया जा रहा है।
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