शुक्रवार सुबह उत्तर भारत में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और आसपास के इलाकों में तेज आंधी-तूफान और मूसलधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। सिर्फ तीन घंटे में 77.0 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे यह 1901 से अब तक मई महीने में 24 घंटे की दूसरी सबसे अधिक वर्षा बन गई। राजधानी दिल्ली में चार लोगों की मौत हुई है, जबकि कुल मिलाकर आठ लोगों ने अपनी जान गंवाई।
तेज हवाओं और बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। दिल्ली एयरपोर्ट पर 200 उड़ानें विलंबित हुईं। मौसम विभाग ने शनिवार के लिए भी रेड अलर्ट जारी किया है। चेतावनी दी गई है कि दिल्ली, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तटीय आंध्र प्रदेश में आंधी, ओलावृष्टि, बिजली गिरने और तेज हवाओं की संभावना बनी हुई है।
गर्मी के बाद अचानक बदला मौसम का रुख
स्काईमेट वेदर के विशेषज्ञ महेश पलावत के अनुसार, पिछले कुछ दिनों से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चल रहा था, जिससे वातावरण में नमी का स्तर तेजी से बढ़ा। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के मेल से गरज के साथ बादल बनने लगे, जो मानसून पूर्व की सामान्य प्रक्रिया है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने बताया कि यह स्थिति अगले 24 से 48 घंटे तक बनी रह सकती है।
कृषि और जन-जीवन को भारी नुकसान
पश्चिम उत्तर प्रदेश में तेज हवाओं और बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। खेतों में सूखने के लिए रखे गेहूं भीग गए, जिससे उनके खराब होने की आशंका है। धौलपुर में आंधी में ट्राली पलटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। फिरोजाबाद में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई और एक युवक झुलस गया। एटा में एक किशोरी की मौत हुई है जबकि दूसरी गंभीर रूप से झुलसी है।
राजगीर में मुख्यमंत्री के हेलिकॉप्टर की लैंडिंग के वक्त अफरा-तफरी
बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के दौरान भी तेज आंधी का असर देखने को मिला। लगभग 11 बजे जब हेलिकॉप्टर लैंड कर रहा था, तब पास ही एक टीन का शेड उड़ने लगा। गनीमत रही कि लैंडिंग सुरक्षित रही। मुख्यमंत्री स्पोर्ट्स एकेडमी में नव निर्मित खेल सुविधाओं के लोकार्पण के लिए पहुंचे थे, उनके साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद थे।
सावधानी ही बचाव: अगले 24 घंटे महत्वपूर्ण
मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि वे गैर जरूरी यात्रा से बचें, पेड़ों और बिजली के खंभों के नीचे खड़े न हों, और मौसम अपडेट्स पर नजर बनाए रखें। स्कूलों और कार्यालयों को भी अलर्ट रहने को कहा गया है।
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