जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देश भर में एक बार फिर से सेना की कार्रवाई की मांग उठने लगी है। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक विवादास्पद बयान देते हुए सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि भारत द्वारा पाकिस्तान में किए गए सर्जिकल स्ट्राइक का कोई ठोस सबूत नहीं है और यह पूरी तरह से महज एक दावा था।
चन्नी का बयान: सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल चन्नी ने कहा, “कहाँ स्ट्राइक हुई थी, कहाँ पाकिस्तानी मारे गए थे, यह किसी को नहीं पता चला। हम कहते हैं कि पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक हुई, लेकिन न तो कोई साक्ष्य है और न ही कोई असर नजर आया।” उनका यह बयान इस समय राजनीतिक और सैनिक पृष्ठभूमि में तीव्र विवादों को जन्म दे रहा है, क्योंकि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के वास्तविकता पर संदेह जताया।
कांग्रेस और बीजेपी के बीच का संघर्ष चन्नी के बयान के बाद बीजेपी ने कड़ा विरोध किया। बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने चन्नी पर हमला बोलते हुए कहा, “कांग्रेस एक बार फिर हमारी सेना और वायुसेना पर सवाल उठा रही है। क्या कांग्रेस यह चाहती है कि पाकिस्तान सच बोले और हमारे जवानों की वीरता पर संदेह जताए?” बीजेपी ने इस मुद्दे को पाकिस्तान के आतंकवाद का बचाव करने के रूप में पेश किया है। वहीं, बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ट्वीट कर कहा, “राहुल गांधी की कांग्रेस पाकिस्तानी आतंकवाद का बचाव करती है। अब चरणजीत सिंह चन्नी हमारी सेनाओं पर सवाल उठा रहे हैं।”
चन्नी ने दी सफाई चन्नी ने मीडिया से बात करते हुए अपनी सफाई दी कि उन्होंने कभी भी सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांगने की बात नहीं की। उनका कहना था कि वह पहले भी कह चुके हैं कि कांग्रेस इस दुख की घड़ी में सरकार के साथ खड़ी है। अगर सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कोई ठोस कदम उठाती है, तो कांग्रेस उसका समर्थन करेगी।
राजनीतिक माहौल और सेना का मनोबल चन्नी के बयान से राजनीतिक माहौल गरमा गया है, और इसने कांग्रेस और बीजेपी के बीच एक नया विवाद जन्म दिया है। बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस इस समय में सेना का मनोबल गिरा रही है, जब देश को एकजुट होने की जरूरत है। कांग्रेस पर यह भी आरोप है कि वे पाकिस्तान से प्रेरित होकर हमारे सैनिकों की वीरता को नकारने का प्रयास कर रहे हैं।
कांग्रेस की प्रतिक्रिया कांग्रेस ने चन्नी के बयान को एक व्यक्तिगत विचार के रूप में पेश किया और कहा कि पार्टी इस समय देश के साथ खड़ी है। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि चन्नी का बयान किसी भी प्रकार से कांग्रेस के आधिकारिक रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करता।
क्या सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाना सही है? यह सवाल अब पूरे देश में गूंज रहा है कि क्या सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाना सही है? क्या यह देश की सेना की वीरता का अपमान है, या क्या यह एक सही राजनीतिक प्रश्न है, जिसे उठाने की जरूरत है? चन्नी के बयान ने एक बार फिर से इस मुद्दे को तूल दे दिया है, और अब यह देखना होगा कि इस पर आगे क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।
यह मामला केवल कांग्रेस और बीजेपी के बीच एक राजनीतिक लड़ाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारतीय सेना के प्रति देशवासियों के सम्मान और विश्वास का भी सवाल है।
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