देश के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से बढ़ती गर्मी और लू ने लोगों को परेशान कर दिया था, लेकिन अब मौसम विभाग ने राहत की उम्मीद जताई है। शुक्रवार तड़के राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तेज आंधी और बारिश ने गर्मी से राहत दी, और अब मानसून पूर्व गतिविधियां शुरू हो रही हैं, जिससे लोगों को उम्मीद है कि गर्मी का प्रकोप कुछ हद तक कम हो जाएगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में कई राज्यों में आंधी और बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे तापमान में गिरावट और लू से राहत मिल सकती है।
दिल्ली और एनसीआर में मौसम का बिगड़ना
मौसम विभाग ने दिल्ली और एनसीआर के इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। शुक्रवार तड़के दिल्ली में आंधी के साथ तेज बारिश हुई, जिससे राहत मिली, लेकिन विभाग ने अगले दो घंटों के दौरान दिल्ली में 70-80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज हवाओं और गरज के साथ बारिश की संभावना जताई है। इसके अलावा, दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, राजस्थान, बिहार समेत अन्य राज्यों में आंधी और बारिश की गतिविधियाँ जारी रहेंगी। विभाग ने 4 मई तक दिल्ली-एनसीआर में तेज आंधी और बारिश की संभावना जताई है।
मानसून पूर्व गतिविधियां और उनकी प्रभाविता
मानसून की गतिविधियाँ अब धीरे-धीरे पूरे देश में सक्रिय हो रही हैं। इससे तापमान में गिरावट और गर्म हवाओं से राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तराखंड में भी 5 मई तक मौसम में बदलाव के साथ गर्मी से राहत मिल सकती है। इसके अलावा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, और उत्तराखंड में 6 मई तक बारिश और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
सिक्किम, बिहार, ओडिशा, मध्य प्रदेश में ओलावृष्टि की संभावना
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले कुछ दिनों में सिक्किम, बिहार, ओडिशा, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है। साथ ही, राजस्थान के कुछ हिस्सों में लू की संभावना जताई गई है, लेकिन इन इलाकों में तापमान में गिरावट भी देखी जा सकती है। 2 मई को कोटा, बांसवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़ और अन्य इलाकों में बादल छाए रहने और बूंदाबांदी की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी इलाकों में शुक्रवार को भारी बारिश और ओलावृष्टि हुई। शिमला, धर्मशाला, मंडी, सोलन, बिलासपुर, और कुल्लू जैसे इलाकों में बारिश हुई। लाहौल-स्पीति के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की भी संभावना जताई गई है, जिससे कई मार्गों पर यातायात प्रभावित हुआ है।
बांग्लादेश और पूर्वोत्तर भारत में चक्रवातीय परिसंचरण
बांग्लादेश और उससे सटे पूर्वोत्तर भारत पर बना चक्रवातीय परिसंचरण इस क्षेत्र में 1 से 8 मई तक बारिश और गरज-चमक की गतिविधियाँ बनाए रखेगा। इन दिनों में चक्रवातीय परिसंचरण के कारण पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, और ओडिशा के कुछ हिस्सों में तेज हवाएं, बिजली गिरने और भारी बारिश की संभावना है।
दक्षिण भारत में प्री-मानसून गतिविधियाँ
दक्षिण भारत में भी मौसम की गतिविधियाँ सक्रिय हो रही हैं। मध्य और दक्षिण भारत के राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गोवा, तमिलनाडु और केरल में प्री-मानसून गतिविधियां बढ़ने की संभावना है। इन इलाकों में गरज-चमक और आंधी की घटनाएं बढ़ सकती हैं।
मानवाधिकार आयोग की चेतावनी
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने बढ़ती गर्मी को देखते हुए 11 राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा है। आयोग ने इन राज्यों में राहत कार्यों के लिए पूर्व उपाय करने की अपील की है, जैसे कि गर्मी से बचाव के लिए ठंडे आश्रयों का प्रावधान, राहत सामग्री की आपूर्ति, काम के घंटों में संशोधन और गर्मी से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए मानक प्रक्रियाओं का पालन करने की सलाह दी है।
Discussion about this post