अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का असर अब भारतीय उपभोक्ताओं तक भी पहुँचने लगा है। सार्वजनिक क्षेत्र की ईंधन खुदरा कंपनियों ने गुरुवार को विमान ईंधन (एटीएफ) और वाणिज्यिक एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में एक और कटौती का ऐलान किया है। यह कटौती एक महीने के भीतर दूसरी बार की गई है, जिससे होटल, रेस्टोरेंट, एविएशन सेक्टर और अन्य वाणिज्यिक क्षेत्रों को राहत मिलने की उम्मीद है।
विमान ईंधन की कीमतों में 4.4% की कटौती सरकारी तेल कंपनियों – इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल – ने जानकारी दी कि दिल्ली में एटीएफ की कीमत 3,954.38 रुपये प्रति किलोलीटर घटाकर अब 85,486.80 रुपये प्रति किलोलीटर कर दी गई है। यह कीमत में अप्रैल की शुरुआत में हुई 6.15% की कटौती के बाद की गई है, जिससे कुल मिलाकर उपभोक्ताओं को लगभग 10% की राहत मिली है। मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे महानगरों में भी एटीएफ की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है।
वाणिज्यिक एलपीजी की कीमतें भी घटीं होटल और रेस्टोरेंट सेक्टर के लिए एक और राहत की खबर यह है कि वाणिज्यिक उपयोग में आने वाले 19 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमत में भी 14.50 रुपये की कटौती की गई है। अब दिल्ली में इसकी कीमत 1,747.50 रुपये और मुंबई में 1,699 रुपये हो गई है। इससे पहले 1 अप्रैल को भी 41 रुपये की कटौती की गई थी।
घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं हालांकि आम जनता के लिए उपयोग में आने वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 14.2 किलोग्राम के लिए अभी भी 853 रुपये पर स्थिर बनी हुई है। पिछले महीने इसमें 50 रुपये प्रति सिलेंडर की वृद्धि की गई थी।
क्या है कटौती की वजह? अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट आई है। ब्रेंट क्रूड की कीमत 61 डॉलर प्रति बैरल से नीचे पहुँच गई है, जो तीन वर्षों का सबसे निचला स्तर है। वैश्विक व्यापार युद्ध और संभावित मंदी की आशंका के कारण ईंधन की मांग में कमी आई है, जिसका सीधा प्रभाव अंतरराष्ट्रीय बाजारों पर पड़ा है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतें स्थिर हालांकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आई है, लेकिन देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर बनी हुई है।
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