कनाडा में हाल ही में हुए आम चुनाव ने राजनीति के समीकरणों को बदल दिया है। मतदान प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है और मतगणना का दौर शुरू हो गया है। शुरुआती रुझानों के अनुसार, प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की नेतृत्व वाली लिबरल पार्टी चुनाव में जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है। इस चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों और टैरिफ युद्ध का गहरा असर देखने को मिल रहा है, जिसका प्रभाव कनाडा के चुनावी परिदृश्य पर भी पड़ा है।
ट्रंप का प्रभाव और लिबरल पार्टी का पलटवार जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा की अर्थव्यवस्था पर हमला करना शुरू किया और कनाडा के साथ व्यापारिक रिश्तों को कठिन बनाने की धमकियां दीं, तो इसकी प्रतिक्रिया कनाडा में व्यापक रूप से देखने को मिली। यह कदम, जो कनाडा की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने की दिशा में था, ने कनाडा के नागरिकों को आक्रोशित कर दिया। इसके परिणामस्वरूप, कनाडा में राष्ट्रवाद की भावना में वृद्धि हुई और लिबरल पार्टी ने चुनावी मैदान में वापसी की। इसके चलते, जो लिबरल पार्टी हार रही थी, वही अब सत्ता में लगातार चौथी बार वापसी करती दिख रही है।
लिबरल पार्टी की सफलता कनाडाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (CBC) के अनुसार, लिबरल पार्टी ने 343 सीटों में से अधिकांश सीटें जीतने की उम्मीद जताई है। वर्तमान में लिबरल पार्टी 23 सीटें जीत चुकी है और 85 सीटों पर आगे चल रही है। अगर यह रुझान बरकरार रहता है, तो यह लिबरल पार्टी के लिए बड़ी जीत का संकेत हो सकता है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि लिबरल पार्टी बहुमत हासिल करने में सफल होगी या फिर अल्पमत सरकार के गठन का रास्ता खुलेगा।
कंजर्वेटिव पार्टी की चुनौती वहीं, विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोलीवरे की उम्मीद थी कि यह चुनाव पूर्व प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के लिए एक जनमत संग्रह साबित होगा। ट्रूडो की लोकप्रियता उनके एक दशक के कार्यकाल के अंत में खाद्यान्न और आवास की कीमतों में वृद्धि के कारण घट गई थी। इसके साथ ही ट्रंप की लगातार आलोचनाओं ने चुनावी परिदृश्य में उथल-पुथल मचाई थी। हालांकि, कंजर्वेटिव पार्टी ने 11 सीटें जीती हैं और 81 सीटों पर आगे चल रही है, लेकिन यह अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पार्टी इस चुनाव में सफलता हासिल कर पाएगी या नहीं।
ब्लॉक क्यूबेकॉइस और एनडीपी की स्थिति कनाडा में क्यूबेक प्रांत के लिए ब्लॉक क्यूबेकॉइस पार्टी की भी अपनी एक अलग पहचान है। यवेस-फ्रांकोइस ब्लैंचेट के नेतृत्व में पार्टी 16 सीटों पर आगे चल रही है। साथ ही, जगमीत सिंह की एनडीपी पार्टी भी तीन सीटों पर आगे चल रही है, लेकिन इन दोनों पार्टियों को लिबरल और कंजर्वेटिव पार्टी से मुकाबला करना मुश्किल हो सकता है।
चुनाव परिणाम और भविष्य की दिशा इस चुनाव का परिणाम कनाडा की राजनीति के लिए अहम साबित हो सकता है। जहां एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति की धमकियों ने नागरिकों में राष्ट्रवाद को बढ़ावा दिया है, वहीं दूसरी ओर लिबरल पार्टी ने सत्ता में अपनी स्थिति मजबूत की है। आने वाले दिनों में यह देखना होगा कि क्या लिबरल पार्टी बहुमत हासिल करने में सफल हो पाती है और क्या कंजर्वेटिव पार्टी अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस पा सकती है।
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