पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद भारतीय सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तेज कर दी है। सेना ने न सिर्फ संदिग्ध स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया, बल्कि आतंकवादियों के घरों को भी ध्वस्त कर दिया है। यह घटनाक्रम दक्षिण कश्मीर के त्राल और बिजबेहरा इलाकों में घटित हुआ, जहां आतंकवादियों के ठिकानों पर भारी कार्रवाई की गई।
आतंकी आसिफ के घर पर बड़ी कार्रवाई
दक्षिण कश्मीर के मोंघामा त्राल क्षेत्र में सेना को एक संदिग्ध गतिविधि का पता चला। यह घर आतंकी आसिफ शेख का था, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है। आसिफ शेख पर पहले ही राज्य सरकार द्वारा 3 लाख का इनाम घोषित किया गया था और हाल ही में उसकी गिरफ्तारी पर 20 लाख रुपये का और इनाम रखा गया। पहलगाम हमले में उसकी भूमिका को लेकर शक जताया जा रहा है।
सुरक्षाबलों ने आसिफ के घर में विस्फोटक पदार्थ पाए और संदिग्ध वस्तुएं देखी, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि वह आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है। इसके बाद सुरक्षाबलों ने तुरंत उसके घर को गिरा दिया और पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन चला दिया।
लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
आसिफ के घर के गिराए जाने के बाद दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा क्षेत्र में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आदिल थोकर के घर पर भी कार्रवाई की गई। आदिल थोकर पर बैसरन पहलगाम हमले में कथित रूप से शामिल होने का आरोप था। सुरक्षाबलों ने आदिल के घर को भी जमींदोज कर दिया, जिससे उसकी आतंकवादी गतिविधियों को समाप्त किया जा सके।
सुरक्षाबलों की सर्च अभियान में तेजी
सुरक्षाबलों ने पहलगाम हमले के बाद पूरे इलाके में अलर्ट जारी कर दिया है। जम्मू और कश्मीर के विभिन्न इलाकों में लगातार सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं, ताकि आतंकवादियों के ठिकानों का पता लगाया जा सके। यह सर्च ऑपरेशन तब और तेज हो गया जब पाकिस्तान द्वारा लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पर गोलीबारी की खबरें आईं। सेना ने पाकिस्तान की चौकियों को भी भारी नुकसान पहुँचाया और उनका करारा जवाब दिया।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
पहलगाम हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। भारतीय सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई को और मजबूत किया है, जबकि पाकिस्तान ने LOC पर संघर्ष तेज कर दिया है। हालांकि, इस मुठभेड़ में किसी के घायल होने की खबर नहीं आई है, लेकिन स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान की चौकियों को तबाह किया गया, जो इस तनावपूर्ण स्थिति को और बढ़ा देता है।
आतंकी गतिविधियों पर नियंत्रण: सेना की संकल्प शक्ति
इस कड़ी कार्रवाई से यह साफ संकेत मिलता है कि भारतीय सेना आतंकवादियों के खिलाफ किसी भी प्रकार की समझौता नहीं करने वाली है। सुरक्षाबलों की कार्रवाई से आतंकवादियों के नेटवर्क को तोड़ने का मकसद स्पष्ट है। इसके अलावा, सुरक्षाबलों की मौजूदगी और तेज सर्च ऑपरेशन से यह भी स्पष्ट होता है कि जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़ने के लिए सेना पूरी तरह से तैयार है।
इस कार्रवाई से यह संदेश दिया गया है कि भारतीय सेना आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में पूरी तरह से संकल्पित है, और इस दिशा में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
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