क्या आपने कभी सोचा है कि महज़ 17 महीने का बच्चा करोड़ों की कमाई कर सकता है? सुनने में भले ही ये किसी फिल्मी कहानी जैसा लगे, लेकिन यह हकीकत है। भारत की दिग्गज आईटी कंपनी Infosys के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के नन्हे पोते एकाग्र रोहन मूर्ति ने महज़ 1 साल 5 महीने की उम्र में 10.65 करोड़ रुपए का डिविडेंड कमा लिया है। आइए जानते हैं इस चौंकाने वाली खबर के पीछे की पूरी कहानी।
कंपनी ने किया 22 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड अनाउंस Infosys ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 22 रुपए प्रति शेयर का फाइनल डिविडेंड डिक्लेयर किया है। एकाग्र के पास कंपनी के 15 लाख शेयर हैं, जो कुल हिस्सेदारी का 0.04% है। इस डिविडेंड के तहत उन्हें अकेले 3.3 करोड़ रुपए मिलेंगे।
पहले ही मिल चुके हैं 7.35 करोड़ के डिविडेंड इससे पहले Infosys ने इस साल तीन बार में टोटल 7.35 करोड़ रुपए का इंटरिम डिविडेंड भी दिया था। फाइनल डिविडेंड के साथ, एकाग्र की कुल कमाई 10.65 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगी — और यह सब 17 महीने की उम्र में!
शेयरों का तोहफा: दादा से पोते तक साल 2024 में नारायण मूर्ति ने अपने पोते को Infosys के 15 लाख शेयर गिफ्ट किए थे। उस वक्त इन शेयरों की मार्केट वैल्यू 240 करोड़ रुपए से अधिक थी। खास बात यह है कि जब यह गिफ्ट दिया गया, तब एकाग्र की उम्र सिर्फ चार महीने थी।
रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट Infosys ने डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 30 मई 2025 और पेमेंट डेट 30 जून 2025 तय की है। इसका मतलब यह है कि 30 मई तक जिनके पास कंपनी के शेयर होंगे, उन्हें डिविडेंड मिलेगा।
डिविडेंड क्या होता है? डिविडेंड वह राशि होती है जो कोई कंपनी अपने मुनाफे का एक हिस्सा अपने शेयरधारकों में बांटती है। ये रकम निवेश पर रिटर्न के रूप में मिलती है। इस प्रकार, एकाग्र रोहन मूर्ति अपने शेयरहोल्डिंग के दम पर करोड़ों की कमाई कर रहे हैं — वो भी इतनी कम उम्र में!
भारत के सबसे कम उम्र के करोड़पति एकाग्र अब भारत के सबसे कम उम्र के करोड़पतियों में से एक बन चुके हैं। यह घटना सिर्फ एक आर्थिक उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे स्मार्ट निवेश और पारिवारिक विजन अगली पीढ़ी को आर्थिक रूप से सक्षम बना सकते हैं।
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