सपा सांसद रामजीलाल सुमन के महाराणा सांगा पर दिए विवादित बयान से गरमाई सियासत के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा की भीमनगरी से बड़ा सियासी संदेश दिया। डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती के मौके पर मंगलवार को उन्होंने न सिर्फ बाबा साहब को श्रद्धांजलि दी, बल्कि कांग्रेस और सपा पर तीखे प्रहार कर यह स्पष्ट कर दिया कि भाजपा अब मिशन 2027 की तैयारी में जुट चुकी है।
भीमनगरी, जिसे “दलितों की राजधानी” के नाम से जाना जाता है, में मुख्यमंत्री पहली बार मंच पर आए और कहा, “अगर अपने महापुरुषों के प्रति सम्मान देखना है, तो भीमनगरी इसका जीवंत उदाहरण है। बाबा साहब ने 1956 में आगरा में जो संदेश दिया था, उसे यहां के लोग आज भी सहेजे हुए हैं।”
बाबा साहब की प्रेरणा, भाजपा का संकल्प मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. आंबेडकर ने जीवन भर संघर्ष करके जो मार्ग दिखाया, उसे आगे बढ़ाना हम सबका दायित्व है। उन्होंने बाबा साहब के उस ऐतिहासिक वाक्य को दोहराया – “मैंने रास्ता दिखा दिया है, अब मंज़िल तक पहुंचाना तुम्हारी ज़िम्मेदारी है।”
योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि भाजपा ही एकमात्र पार्टी है जो दलितों, वंचितों और शोषितों के अधिकारों की बात करती है। उन्होंने यह भी कहा कि जो बाबा साहब के बनाए संविधान का अपमान करता है, वह स्वयं बाबा साहब का अपमान करता है और ऐसे लोगों को देश सहन नहीं करेगा।
कांग्रेस-सपा पर तीखा वार सीएम योगी ने अपने 40 मिनट के भाषण में कांग्रेस और सपा को घेरते हुए कहा कि इन दलों ने हमेशा दलितों की उपेक्षा की है। उन्होंने सपा सरकार पर छात्रवृत्ति रोकने और संस्थानों के नाम बदलने के आरोप लगाए। साथ ही बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर भी कांग्रेस-सपा की चुप्पी पर सवाल खड़े किए।
भीमनगरी: दलित चेतना का केंद्र वर्ष 1996 से अनवरत चल रहे भीमनगरी आयोजन को इस वर्ष 30वीं बार भव्य रूप से मनाया गया। आयोजन स्थल को नीले झंडों, हाथी की प्रतिमाओं और बाबा साहब की मूर्तियों से सजाया गया। मंच के ठीक बीच में भगवा कपड़े से ढकी मुख्यमंत्री की कुर्सी रखी गई थी। सीएम योगी ने बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कार्यक्रम की खास बात यह रही कि लोगों ने मुख्यमंत्री के स्वागत में मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर “बाबा साहब अमर रहें” के नारों से वातावरण गूंजा दिया।
भाजपा का मिशन 2027 शुरू मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भीमनगरी आना, और वह भी बाबा साहब की जयंती पर, इसे केवल एक सांकेतिक उपस्थिति नहीं माना जा रहा। यह साफ संकेत है कि भाजपा ने अब 2027 की सियासी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। 9 में से 8 विधानसभा सीटों में निर्णायक भूमिका निभाने वाले दलित वोटरों को साधने का यह एक मजबूत प्रयास है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा केवल एक श्रद्धांजलि नहीं था, यह एक सशक्त राजनीतिक संदेश था। भीमनगरी से भाजपा ने यह बता दिया है कि दलित समाज को केवल श्रद्धांजलि नहीं, सम्मान और अधिकार दोनों चाहिए — और अब वह भाजपा की प्राथमिकता में है।
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