अमरनाथ यात्रा 2025: बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए , जानिए रजिस्ट्रेशन से लेकर यात्रा मार्ग तक की पूरी जानकारी

हर साल की तरह इस बार भी देशभर के श्रद्धालु बाबा बर्फानी के पावन दर्शन को लेकर उत्साहित हैं। अमरनाथ यात्रा 2025 की शुरुआत इस वर्ष 3 जुलाई से होने जा रही है और यह यात्रा 9 अगस्त तक चलेगी। कुल मिलाकर 39 दिनों तक भक्तों को बर्फ से निर्मित शिवलिंग के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा।
14 अप्रैल से शुरू हुआ रजिस्ट्रेशन
यात्रा में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है, जिसकी प्रक्रिया 14 अप्रैल 2025 से शुरू हो चुकी है। श्रद्धालु श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (SASB) की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं।
इसके अतिरिक्त, देशभर में चयनित केंद्रों जैसे:
वैष्णवी धाम
पंचायत भवन
महाजन हॉल
में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी उपलब्ध है।
 स्वास्थ्य प्रमाणपत्र है जरूरी
रजिस्ट्रेशन के लिए एक स्वास्थ्य प्रमाणपत्र (Compulsory Health Certificate – CHC) प्रस्तुत करना अनिवार्य है, जो कि अधिकृत मेडिकल संस्थानों से प्राप्त किया जा सकता है।
रजिस्ट्रेशन शुल्क मात्र ₹220 रखा गया है। प्रतिदिन अधिकतम 15,000 यात्रियों को ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी, इसलिए समय रहते पंजीकरण कराना आवश्यक है।
पवित्र गुफा तक पहुंचने के दो प्रमुख मार्ग
1. पहलगाम मार्ग (29 किमी)
यह मार्ग लंबा जरूर है, लेकिन बेहद दृश्यावली से भरपूर है।
यह मार्ग विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए बेहतर है जो एक शांत और सुंदर यात्रा अनुभव चाहते हैं।
2. बालटाल मार्ग (15 किमी)
यह मार्ग छोटा जरूर है, लेकिन अत्यंत कठिन माना जाता है।
इस पर चढ़ाई तीव्र होती है, इसलिए केवल शारीरिक और मानसिक रूप से फिट लोग ही इस मार्ग को चुनें।
कैसे पहुंचे अमरनाथ?
हवाई मार्ग
निकटतम हवाई अड्डा श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है।
यहां से आप पहलगाम (90 किमी) या बालटाल/सोनमर्ग (100 किमी) तक सड़क मार्ग से जा सकते हैं।
रेल मार्ग
सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है।
यहां से टैक्सी या बस के जरिए श्रीनगर या सीधे यात्रा मार्ग तक पहुँचा जा सकता है।
सड़क मार्ग
जम्मू, श्रीनगर, पहलगाम और बालटाल अच्छी सड़क कनेक्टिविटी से जुड़े हुए हैं।
हेलीकॉप्टर सेवा भी संभव
2025 में भी पिछले वर्षों की तरह हेलीकॉप्टर सेवा मिलने की उम्मीद है।
बालटाल मार्ग: नीलग्राथ – पंजतरनी – नीलग्राथ
पहलगाम मार्ग: पहलगाम – पंजतरनी – पहलगाम
हालांकि, हेलीकॉप्टर बुकिंग की आधिकारिक तारीखें अभी घोषित नहीं हुई हैं।
किन्हें नहीं मिलेगी यात्रा की अनुमति?
13 साल से कम उम्र के बच्चे
70 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग
गर्भवती महिलाएं
इन यात्रियों को अमरनाथ यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी, यह सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक है।
यात्रा के दौरान बरतें ये जरूरी सावधानियां
नंगे पैर यात्रा बिलकुल न करें। उचित जूते पहनें।
ऊनी कपड़े हमेशा साथ रखें क्योंकि मौसम बेहद ठंडा होता है।
महिलाएं साड़ी के बजाय सलवार-कमीज, ट्रैक सूट या पैंट-शर्ट पहनें जिससे यात्रा आसान हो सके।
किसी भी छोटे या अनधिकृत रास्ते का प्रयोग न करें।
यात्रा के दौरान खाली पेट न रहें, हल्का और पौष्टिक भोजन करते रहें।
शिवभक्तों के लिए एक अलौकिक अनुभव
अमरनाथ यात्रा केवल एक तीर्थयात्रा नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। बर्फ की गुफा में विराजमान बाबा बर्फानी के दर्शन करना भक्तों के लिए एक अनमोल और दिव्य अनुभव है। अगर आप भी इस वर्ष यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो समय रहते पंजीकरण कर लें और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
हर हर महादेव !
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