जापान के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में रविवार को एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब एक मेडिकल इमरजेंसी हेलिकॉप्टर मरीज को लेकर जाते समय समुद्र में गिर गया। इस हादसे में छह लोगों में से तीन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन को जापान कोस्ट गार्ड ने समय रहते बचा लिया।
हादसा उस वक्त हुआ जब हेलिकॉप्टर कागोशिमा प्रान्त के पास समुद्री क्षेत्र से गुजर रहा था। हेलिकॉप्टर में एक बुजुर्ग मरीज, उनके केयरटेकर, एक डॉक्टर, पायलट, मैकेनिक और एक नर्स सवार थे।
जिन्हें मौत निगल गई दुर्घटना में 86 वर्षीय मरीज मित्सुकी मोतोइशी, उनकी देखभाल कर रहे 68 वर्षीय काजुओशी मोतोइशी और 34 वर्षीय डॉक्टर केई अरकावा की मौके पर ही मौत हो गई। जापान की एयर सेल्फ-डिफेंस फोर्स ने तीनों के शव समुद्र से बरामद किए और बाद में डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया।
जिनकी जान बची, वो बने हिम्मत की मिसाल इस हादसे में तीन लोग समुद्र में तैरते हुए पाए गए – 66 वर्षीय पायलट हीरोशी हमाडा, मैकेनिक काजुतो योशिताके, और 28 वर्षीय नर्स सकुरा कुनीताके। तीनों ने लाइफ जैकेट्स की मदद से अपनी जान बचाई। हालांकि वे गंभीर हाइपोथर्मिया (ठंड लगने) से पीड़ित थे, लेकिन होश में थे और उनका इलाज जारी है।
कोस्ट गार्ड ने दिखाई तत्परता जापान कोस्ट गार्ड के अधिकारियों ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया और जीवित बचे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, “उनका शरीर बर्फ की तरह ठंडा हो चुका था, लेकिन शुक्र है कि वे होश में थे। हम उन्हें समय पर बचा पाए।”
शुरुआत में मैकेनिक योशिताके का नाम गलत रिपोर्ट किया गया था, जिसे बाद में कोस्ट गार्ड ने संशोधित कर सही जानकारी दी।
हादसे की जांच जारी फिलहाल इस हेलिकॉप्टर दुर्घटना के पीछे के कारणों का पता नहीं चल पाया है। जापान कोस्ट गार्ड और एविएशन विशेषज्ञों की टीम हादसे की तकनीकी और पर्यावरणीय परिस्थितियों की जांच कर रही है।
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