जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक साजिश को बीएसएफ के जवानों ने नाकाम कर दिया। बीती रात 4-5 अप्रैल की दरमियानी रात को आरएस पुरा के अब्दुलिया क्षेत्र में बीएसएफ के सतर्क जवानों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक संदिग्ध को मार गिराया।
रात करीब 2 बजे बीएसएफ जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर संदिग्ध गतिविधि देखी। एक व्यक्ति सीमा पार करते हुए भारतीय क्षेत्र में दाखिल होने की कोशिश कर रहा था। जवानों ने उसे चुनौती दी, लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और लगातार आगे बढ़ता रहा। हालात की गंभीरता को देखते हुए बीएसएफ ने फायरिंग की। करीब 6 से 7 राउंड फायर किए गए, जिसके बाद घुसपैठिया मौके पर ही ढेर हो गया।
पहचान और मकसद की जांच जारी
घुसपैठिए की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। बीएसएफ और खुफिया एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि उसका मकसद क्या था—क्या वह आतंकवादी था, क्या उसके पास कोई हथियार या विस्फोटक थे, और वह किस संगठन से जुड़ा था। शव को कब्जे में लेकर आगे की जांच की जा रही है।
लगातार हो रही घुसपैठ की कोशिशें
घुसपैठ की यह कोई पहली घटना नहीं है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ, कुपवाड़ा और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में समय-समय पर पाकिस्तान समर्थित घुसपैठ की कोशिशें होती रहती हैं। बीते महीनों में भी ऐसी कई घटनाओं को सेना और बीएसएफ ने सफलतापूर्वक नाकाम किया है।
पाकिस्तान की उकसावे वाली फायरिंग
इसी दौरान बुधवार रात पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में भारतीय सेना की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाया। पाकिस्तान की ओर से हल्के हथियारों से करीब 20 मिनट तक फायरिंग की गई। हालांकि भारतीय सेना की ओर से मुंहतोड़ जवाब दिया गया और इस फायरिंग में किसी प्रकार की हानि नहीं हुई।
कृष्णा घाटी: बार-बार निशाने पर
कृष्णा घाटी सेक्टर अतीत में भी कई बार पाकिस्तान की उकसावे वाली फायरिंग का शिकार बन चुका है। हर बार भारतीय सेना ने अनुशासन और कुशल रणनीति के साथ जवाब दिया है, जिससे पाकिस्तान को ही नुकसान उठाना पड़ा है।
सुरक्षा बलों की सतर्कता से बचा बड़ा हादसा
भारत-पाक सीमा पर बीएसएफ और सेना की मुस्तैदी ही है जो हर बार देश को एक बड़ी साजिश से बचा लेती है। देश की सुरक्षा में लगे ये जवान न केवल सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं, बल्कि आतंकवाद की घुसपैठ को भी रोकने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
Discussion about this post