दुनिया के सबसे अमीर लोगों की प्रतिष्ठित सूची, हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025, हाल ही में जारी की गई है। इस सूची में कई चौंकाने वाले बदलाव देखने को मिले हैं। भारत के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक, रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी, इस बार दुनिया के शीर्ष 10 अमीर व्यक्तियों की सूची से बाहर हो गए हैं।
मुकेश अंबानी की संपत्ति में गिरावट
हुरुन रिपोर्ट के अनुसार, मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति में 13% की गिरावट आई है। इस गिरावट के कारण वह वैश्विक स्तर पर शीर्ष 10 से बाहर हो गए हैं, हालांकि वह अभी भी भारत के सबसे अमीर व्यक्ति बने हुए हैं। उनकी कुल संपत्ति 8.6 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है।
गौतम अदाणी की जबरदस्त उछाल
दूसरी ओर, अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी की संपत्ति में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट के अनुसार, गौतम अदाणी की संपत्ति में 13% की वृद्धि हुई है, जिससे उनकी कुल संपत्ति 8.4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह मुकेश अंबानी की संपत्ति से महज 0.2 लाख करोड़ रुपये कम है।
अदाणी का बढ़ता कारोबार
गौतम अदाणी ने पिछले कुछ वर्षों में अपने बिजनेस को तेजी से विस्तार दिया है। उनका व्यापार अब बिजली उत्पादन, नवीकरणीय ऊर्जा, मीडिया, हवाई अड्डे, खनन और सीमेंट जैसे विभिन्न क्षेत्रों तक फैल चुका है। इस अद्भुत वृद्धि के चलते वह भारत के सबसे धनी व्यक्ति बनने की ओर अग्रसर हैं।
एलन मस्क दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति
इस साल की सूची में टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने पहला स्थान प्राप्त किया है। उनकी संपत्ति में 82% की बढ़ोतरी हुई है, जिससे उनकी कुल संपत्ति 420 बिलियन डॉलर (लगभग 34.5 लाख करोड़ रुपये) हो गई है।
अन्य भारतीय हस्तियों की सूची में स्थान
हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 में भारतीय अरबपतियों में कुछ और महत्वपूर्ण नाम भी शामिल किए गए हैं:
अजीम प्रेमजी (विप्रो के संस्थापक) – इस बार उनकी संपत्ति का पुनर्मूल्यांकन हुआ है और वे सूची में मजबूती से बने हुए हैं।
रोशनी नाडर (एचसीएल की सीईओ) – इस लिस्ट में एक महिला व्यवसायी के रूप में रोशनी नाडर का नाम शामिल है। उनकी कुल संपत्ति 3.5 लाख करोड़ रुपये आंकी गई है।
हुरुन ग्लोबल रिच लिस्ट 2025 भारतीय उद्योगपतियों के लिए कई दिलचस्प बदलाव लेकर आई है। मुकेश अंबानी जहां शीर्ष 10 की सूची से बाहर हो गए हैं, वहीं गौतम अदाणी उनकी बराबरी करने की दिशा में तेजी से बढ़ रहे हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि अगले साल की सूची में कौन भारतीय उद्योगपति शीर्ष स्थान पर रहेंगे और कौन नए नाम इस प्रतिष्ठित सूची में जगह बनाएंगे।
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