मार्च के अंत में बढ़ती गर्मी: मौसम का मिजाज व आगामी पूर्वानुमान

जैसे-जैसे मार्च का महीना समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, वैसे-वैसे देश के विभिन्न हिस्सों में तापमान में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। हाल के दिनों में कुछ स्थानों पर बारिश और तेज हवाएं चलीं, लेकिन 30 मार्च तक अधिकांश क्षेत्रों में बारिश पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आगामी दिनों में भयंकर गर्मी का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
पश्चिमी विक्षोभ और बारिश का प्रभाव
फिलहाल देश में दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हैं। पहला विक्षोभ झारखंड और बिहार के ऊपर बना हुआ है, जबकि दूसरा कतर के पास स्थित है। इनकी वजह से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में 27 मार्च तक बारिश होने की संभावना है। वहीं, 26 और 27 मार्च को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। 28 मार्च को अरुणाचल प्रदेश में भी भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
बीते 24 घंटों में आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश हुई, जबकि पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय और तेलंगाना में ओलावृष्टि दर्ज की गई। इसके अलावा, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय में तेज हवाएं चलीं।
देश के विभिन्न हिस्सों में तापमान का हाल
गुजरात के सुरेंद्रनगर में देश का सबसे अधिकतम तापमान दर्ज किया गया, जो 41 डिग्री सेल्सियस रहा। 24 मार्च को प्रायद्वीपीय भारत के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ वज्रपात की घटनाएं देखी गईं। अगले कुछ दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में गर्मी का प्रकोप और अधिक बढ़ने वाला है। अगले 4 दिनों में यहां तापमान में 4 से 6 डिग्री की वृद्धि हो सकती है। इसी तरह, पश्चिम भारत और पूर्वोत्तर भारत में भी तापमान में 4 से 6 डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है। मध्य भारत और महाराष्ट्र में अगले 4 से 5 दिनों में तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है। हालांकि, गुजरात में अगले 24 घंटों में तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होने की संभावना है।
तेज हवाओं और आंधी की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, 25 मार्च को प्रायद्वीपीय भारत के कई स्थानों पर गरज-चमक के साथ 30 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है। यह स्थिति किसानों और आम जनता के लिए कुछ परेशानी का कारण बन सकती है, इसलिए सतर्क रहने की जरूरत है।
कैसे करें गर्मी से बचाव?
हाइड्रेटेड रहें: खूब पानी पिएं और शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाएं।
हल्के और सूती कपड़े पहनें: गहरे रंग के कपड़े पहनने से बचें, क्योंकि वे अधिक गर्मी अवशोषित करते हैं।
सीधे धूप में निकलने से बचें: सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें, क्योंकि इस दौरान सूरज की किरणें सबसे अधिक तीव्र होती हैं।
घर में ठंडक बनाए रखें: खिड़कियों पर पर्दे लगाएं और ठंडी हवा के लिए पंखे या कूलर का उपयोग करें।
पौष्टिक आहार लें: ताजे फल और हरी सब्जियों का सेवन करें, जिससे शरीर को ठंडक मिल सके।
मार्च के अंत में देशभर में गर्मी का प्रभाव तेजी से बढ़ता जा रहा है। कुछ इलाकों में बारिश और तेज हवाएं राहत जरूर देंगी, लेकिन उत्तर प्रदेश, पश्चिम भारत, पूर्वोत्तर भारत और मध्य भारत में तापमान में भारी वृद्धि होने की संभावना है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और गर्मी से बचाव के सभी उपाय अपनाने की जरूरत है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमानों पर ध्यान दें और सुरक्षित रहें।
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