इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 के रोमांचक मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स ने अपने अभियान की शुरुआत एक यादगार जीत के साथ की। इस जीत के नायक बने युवा बल्लेबाज आशुतोष शर्मा, जिन्होंने अपने बल्ले से तहलका मचाते हुए लखनऊ सुपर जाएंट्स के हाथों से जीत छीन ली। आशुतोष की इस धमाकेदार पारी ने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित कर दिया और उन्होंने खुद को एक बेहतरीन फिनिशर के रूप में साबित किया।
लखनऊ सुपर जाएंट्स ने रखी चुनौतीपूर्ण लक्ष्य
सोमवार को विशाखापत्तनम में खेले गए इस मुकाबले में लखनऊ सुपर जाएंट्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। निकोलस पूरन और मिचेल मार्श की तूफानी पारियों की बदौलत लखनऊ ने निर्धारित 20 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 209 रन बनाए। पूरन ने 38 गेंदों पर 64 रन बनाए, जबकि मार्श ने 41 गेंदों में 62 रनों की तेजतर्रार पारी खेली। दिल्ली के गेंदबाजों के लिए यह एक कठिन दिन था, लेकिन उनके बल्लेबाजों ने मैच का रुख पलट दिया।
दिल्ली की शुरुआत रही खराब, आशुतोष बने संकटमोचक
दिल्ली कैपिटल्स के लिए लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं रहा। टीम ने महज 65 रनों के स्कोर पर अपने पांच महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए। ऐसा लग रहा था कि दिल्ली की टीम जल्द ही घुटने टेक देगी, लेकिन तभी इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में मैदान पर उतरे आशुतोष शर्मा।
आशुतोष ने मैदान पर आते ही आक्रामक अंदाज अपनाया और गेंदबाजों पर हावी हो गए। उन्होंने 31 गेंदों में पांच चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 66 रनों की विस्फोटक पारी खेली। विपराज निगम के साथ सातवें विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी कर उन्होंने टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचाया। हालांकि, दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे, लेकिन आशुतोष डटे रहे और अंत में छक्का लगाकर दिल्ली कैपिटल्स को एक विकेट से यादगार जीत दिला दी।
पिछले सीजन भी किया था कमाल
यह पहली बार नहीं था जब आशुतोष ने ऐसी पारी खेली हो। पिछले सीजन भी उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ पंजाब किंग्स के लिए खेलते हुए एक बेहतरीन पारी खेली थी। उस मैच में भी वह इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर उतरे थे और शशांक सिंह के साथ मिलकर पंजाब को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि, पंजाब ने इस सीजन के लिए उन्हें रिटेन नहीं किया, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स ने उन पर भरोसा जताया और उन्होंने अपने प्रदर्शन से टीम के इस फैसले को सही साबित कर दिखाया।
रतलाम से आईपीएल तक का सफर
15 सितंबर 1998 को मध्य प्रदेश के रतलाम में जन्मे आशुतोष शर्मा बचपन से ही क्रिकेट के शौकीन थे। वह भारतीय विकेटकीपर-बल्लेबाज नमन ओझा के बड़े प्रशंसक रहे हैं, जो खुद भी मध्य प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं। आशुतोष ने अपनी स्कूली शिक्षा इंदौर में पूरी की और वहीं से अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की।
उन्होंने मध्य प्रदेश के लिए घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया, लेकिन 2020 में कोच चंद्रकांत पंडित के आने के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। यह उनके करियर का कठिन दौर था, लेकिन उनके बचपन के कोच भूपेन चौहान ने उनका हौसला बनाए रखा। वर्ष 2023 में कोच के निधन के बाद आशुतोष ने रेलवे की टीम के लिए खेलने का निर्णय लिया।
नमन ओझा ने बढ़ाया हौसला
पूर्व भारतीय विकेटकीपर नमन ओझा ने आशुतोष को इस मुकाम तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके मार्गदर्शन और समर्थन से आशुतोष ने खुद को साबित करने का अवसर प्राप्त किया। रेलवे के लिए शानदार प्रदर्शन करने के बाद उन्हें आईपीएल 2024 की नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स ने अपनी टीम में शामिल किया और अब वह इस फैसले को सही ठहरा रहे हैं।
आगे की राह
आशुतोष शर्मा की यह पारी आईपीएल में उनके भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हो सकती है। उन्होंने दिखा दिया है कि वह दबाव की स्थिति में भी अपनी टीम के लिए मैच विजेता बन सकते हैं। उनकी इस पारी के बाद क्रिकेट विशेषज्ञों और प्रशंसकों की निगाहें उन पर टिकी रहेंगी। दिल्ली कैपिटल्स की टीम को उनसे आने वाले मैचों में भी इसी तरह के प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
अगर आशुतोष इसी अंदाज में खेलते रहे, तो वह भारतीय क्रिकेट के अगले बड़े सितारे बन सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले मुकाबलों में वह अपने खेल से और क्या चमत्कार दिखाते हैं।
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