स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे राजनीतिक व्यंग्य करते नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो में उन्होंने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लेकर अपमानजनक बातें कहीं। इसके बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के समर्थकों ने नाराजगी जताते हुए मुंबई स्थित उनके स्टूडियो में तोड़फोड़ कर दी।
शिवसेना कार्यकर्ताओं का हमला, स्टूडियो में भारी नुकसान
घटना मुंबई के खार इलाके में स्थित ‘हैबिटेट स्टैंडअप कॉमेडी सेट’ में हुई। यह स्टूडियो अपने लोकप्रिय स्टैंडअप शोज़ के लिए जाना जाता है। आरोप है कि शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ताओं ने स्टूडियो में घुसकर तोड़फोड़ की। गुस्साए कार्यकर्ताओं ने स्टूडियो की कुर्सियां, लाइट्स, शीशे और दरवाजे तोड़ डाले। इस घटना के तुरंत बाद पुलिस हरकत में आई और कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
शिवसेना युवा सेना के महासचिव समेत 19 कार्यकर्ताओं पर FIR
इस तोड़फोड़ की घटना के बाद खार पुलिस ने शिवसेना युवा सेना (शिंदे गुट) के महासचिव राहुल कनाल सहित 19 अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। बीएनएस और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शिवसेना नेता कुणाल सरमालकर सहित कई कार्यकर्ताओं को खार पुलिस ने हिरासत में लिया और उन्हें खार पुलिस स्टेशन में रखा गया है। पुलिस ने भारी सुरक्षा के बीच राहुल कनाल को तड़के 4 बजे उनके घर से हिरासत में लिया।
कुणाल कामरा का जवाब: ‘संविधान ही रास्ता’
इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कुणाल कामरा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा की। उन्होंने पहले अपने स्टैंडअप वीडियो को पोस्ट किया, फिर अपनी एक तस्वीर साझा की जिसमें वे संविधान की प्रति पकड़े हुए नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर के साथ उन्होंने लिखा, ‘आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता।’
कामरा पर FIR, विधायक मुरजी पटेल की मांग – ‘माफी मांगें’
स्टूडियो में तोड़फोड़ के अलावा, शिवसेना (शिंदे गुट) ने कुणाल कामरा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करवाई है। विधायक मुरजी पटेल ने यह एफआईआर दर्ज कराई और साथ ही कॉमेडियन से माफी मांगने की मांग की। उन्होंने कहा,
“हमने कुणाल कामरा के खिलाफ हमारे नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर की गई टिप्पणी को लेकर एफआईआर दर्ज कराई है। हमने प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है। मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि वे दो दिनों के भीतर माफी मांगें, अन्यथा शिवसैनिक उन्हें मुंबई में स्वतंत्र रूप से घूमने नहीं देंगे।”
क्या कहती है यह घटना?
इस घटना ने एक बार फिर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राजनीतिक असहिष्णुता को लेकर बहस छेड़ दी है। कुणाल कामरा पहले भी अपने राजनीतिक व्यंग्य और बयानों के कारण विवादों में रह चुके हैं। स्टैंडअप कॉमेडी और राजनीति के इस टकराव ने भारतीय समाज में व्यंग्य की सीमाओं और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
अब देखना यह होगा कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में आगे क्या कदम उठाते हैं और क्या कुणाल कामरा अपने बयान के लिए माफी मांगते हैं या नहीं।
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