देशभर में शुक्रवार को होली का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही रंगों और गुलाल की बौछार में डूबे लोगों ने एक-दूसरे को बधाइयां दीं और मिठाइयों का आनंद लिया। घरों में पारंपरिक व्यंजन बने, जिनकी सुगंध से वातावरण महक उठा। इस वर्ष होली का उत्सव विशेष इसलिए भी रहा क्योंकि इसी दिन इस्लामी महीने रमजान के दूसरे शुक्रवार की नमाज भी अदा की गई, जिसे देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए।
देशभर में रही कड़ी सुरक्षा
होली और रमजान के संयोग को ध्यान में रखते हुए देश के विभिन्न राज्यों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए। राजधानी दिल्ली में 25,000 से अधिक सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था। पुलिस ने संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की सहायता से निगरानी रखी। इसके अलावा, ट्रैफिक पुलिस ने शहर के प्रमुख चौराहों पर पिकेटिंग कर यातायात नियमों के उल्लंघन की जांच की। शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर भी विशेष नजर रखी गई।
उत्तर प्रदेश के संभल में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए थे। 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद हुए तनाव को देखते हुए प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरती। बावजूद इसके, होली शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। शहर में पारंपरिक ‘चौपाई का जुलूस’ निकाला गया और दोपहर में जुमे की नमाज अदा की गई। पुलिस और जिला प्रशासन ने तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था बनाई थी, जिसमें रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) ने फ्लैग मार्च किया।
नेताओं ने दीं शुभकामनाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने होली की पूर्व संध्या पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह त्योहार नागरिकों के बीच एकता के रंग को और गहरा करेगा। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि होली का पर्व हर किसी के जीवन में उमंग और ऊर्जा का संचार करे तथा देशवासियों की एकता को प्रगाढ़ बनाए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी होली को एकता का संदेशवाहक बताते हुए कहा कि यह प्रेम और सौहार्द का त्योहार है। उन्होंने गोरखपुर में नरसिंह शोभायात्रा को संबोधित करते हुए भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा का उल्लेख किया और गोरखनाथ मंदिर में उत्सव का नेतृत्व किया। उन्होंने मंदिर के मेले में जाकर होलिका दहन स्थल की पूजा-अर्चना की।
पश्चिम बंगाल में भी होली का उल्लास देखने को मिला, जहां डोलजात्रा धूमधाम से मनाई गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नागरिकों के बीच प्रेम के बंधन को मजबूत करने की प्रार्थना की, वहीं भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी सभी को शुभकामनाएं दीं।
भारत के अन्य राज्यों में उत्साह का माहौल
असम में मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने डोल उत्सव की शुभकामनाएं दीं। राज्य में लोग रंगों में सराबोर नजर आए। हरियाणा और पंजाब में भी होली के रंग-बिरंगे नजारे दिखे। अमृतसर के श्री दुर्गियाना मंदिर और आनंदपुर साहिब में होला मोहल्ला के लिए श्रद्धालु उमड़ पड़े।
तेलंगाना में भी होली का विशेष उल्लास दिखा। हैदराबाद में उत्तर भारतीय समुदायों ने गुरुवार को ‘होलिका दहन’ का आयोजन किया और राजस्थान के लोक नृत्य ‘गैर’ का प्रदर्शन किया। आंध्र प्रदेश में राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर, मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने भी सभी को होली की शुभकामनाएं दीं।
संपन्न हुआ उल्लास और रंगों का यह पर्व
इस वर्ष होली का पर्व पूरे देश में शांति, सौहार्द और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। यह त्योहार भारतीय संस्कृति की समृद्धि और विभिन्न धर्मों के बीच भाईचारे का प्रतीक बनकर उभरा। रंगों के इस महापर्व ने सभी को एकता, प्रेम और खुशी के रंगों से सराबोर कर दिया।
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