होली का रंगों भरा पर्व शुक्रवार को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस उत्सव को शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए उत्तर प्रदेश प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। संभल, शाहजहांपुर, अलीगढ़ और बरेली समेत कई जिलों में प्रशासन ने ऐसे कदम उठाए हैं जिससे किसी भी प्रकार के सांप्रदायिक विवाद की स्थिति उत्पन्न न हो।
संप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की पहल
संभल जिले में पुलिस प्रशासन ने होली के अवसर पर निकलने वाले चौपाई जुलूस मार्ग पर स्थित विभिन्न धार्मिक स्थलों को सुरक्षित करने के लिए कदम उठाए हैं। इसके तहत कई मस्जिदों को तिरपाल से ढका गया है, ताकि उन पर रंग न गिरे और किसी भी प्रकार की अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। बुधवार की शाम को मुहल्ला कोट पूर्वी स्थित जामा मस्जिद के पीछे वाले हिस्से को तिरपाल से ढकने की प्रक्रिया शुरू की गई। एएसपी श्रीश्चंद, सीओ अनुज चौधरी और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनुज कुमार तोमर की टीम ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और यह सुनिश्चित किया कि मस्जिद की दीवारों को पूरी तरह से ढका जाए।
अलीगढ़ और बरेली में प्रशासन की विशेष तैयारी
अलीगढ़ में भी प्रशासन ने इसी प्रकार का निर्णय लिया है। मस्जिदों को तिरपाल से ढककर यह सुनिश्चित किया गया कि होली के उत्सव के दौरान किसी भी धार्मिक स्थल पर रंग की छींटे न पड़ें। वहीं, बरेली में श्रीराम लीला सभा बमनपुरी की राम बरात के दौरान विशेष सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। राम बरात के मार्ग में पड़ने वाली मस्जिदों को भी तिरपाल से ढका गया है।
बरेली की रामबरात नृसिंह मंदिर से शुरू होकर विभिन्न प्रमुख मार्गों से गुजरती है और इसके दौरान होरियारों के बीच रंग खेलने की परंपरा होती है। लंबे समय से चली आ रही इस परंपरा में रंग घरों और छतों तक पहुंच जाता है। प्रशासन ने इस बार भी विशेष सतर्कता बरतते हुए मस्जिदों को तिरपाल से ढकवाया है, जिससे उनके बाहरी हिस्सों पर रंग न पड़े और सौहार्द बना रहे।
जनसहयोग से हुई पहल
सिटी मजिस्ट्रेट राजीव कुमार शुक्ला ने बताया कि प्रशासन के अनुरोध पर लोगों ने जनसहयोग से मस्जिदों की बाहरी दीवारों और मीनारों को तिरपाल से ढका है। प्रशासन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि रंगों के इस पर्व पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो और सभी समुदायों के लोग शांति और भाईचारे के साथ त्योहार मना सकें।
सुरक्षा और सौहार्द की मिसाल
उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा किए गए ये प्रबंध समाज में सौहार्द बनाए रखने की दिशा में एक सराहनीय पहल है। होली के रंगों में कोई अप्रिय घटना बाधा न बने, इसके लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है। इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासन केवल कानून-व्यवस्था को बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने के लिए भी प्रतिबद्ध है।
Discussion about this post