नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) का निर्माण तय समय में पूरा न होने के कारण इसके कमर्शियल ऑपरेशन को लेकर संदेह की स्थिति उत्पन्न हो गई है। विकासकर्ता कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रा. लि. (यापल) ने इस मामले पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि एयरपोर्ट पर विमान सेवा अप्रैल में शुरू नहीं हो सकेगी।
मई में मिलने की उम्मीद एयरोड्रोम लाइसेंस की
यापल के अनुसार, एयरपोर्ट को मई तक एयरोड्रोम लाइसेंस मिलने की संभावना है, जिसके बाद ही विमान सेवा का संचालन संभव होगा। पहले यह उम्मीद जताई जा रही थी कि एयरपोर्ट को अप्रैल में एयरोड्रोम लाइसेंस मिलने के तुरंत बाद कमर्शियल ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री की बैठक में उद्घाटन तिथि तय होनी थी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (यापल) ने पहले दावा किया था कि अप्रैल में एयरपोर्ट से तीन विमानों की सेवा शुरू की जाएगी, जिसमें 25 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय और दो कार्गो विमान सेवाएं शामिल होंगी। इस संबंध में 10 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में एक बैठक होनी थी, जिसमें उद्घाटन की तिथि तय की जानी थी। हालांकि, मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के निर्माण कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी जताई।
निर्माण कार्य की वर्तमान स्थिति
यापल की ओर से जारी बयान के अनुसार:
एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) टावर में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) का कार्य एडवांस स्टेज में है।
यात्री टर्मिनल का निर्माण भी प्रगति पर है।
प्रारंभिक चरण में घरेलू विमान सेवा शुरू होगी, जबकि कुछ महीनों बाद अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा भी शुरू की जाएगी।
इस संबंध में केंद्र और राज्य सरकारों के साथ चर्चा चल रही है।
निर्माण कार्य की अवधि और अनुबंध
प्रदेश सरकार और विकासकर्ता कंपनी के बीच हुए अनुबंध के अनुसार, एयरपोर्ट निर्माण की निर्धारित अवधि में देरी होने पर दैनिक 10 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया था।
मूलतः एयरपोर्ट का निर्माण सितंबर 2024 में पूरा होना था, लेकिन बाद में इसे दिसंबर 2024 तक बढ़ा दिया गया।
अब तक निर्माण कार्य तय समय पर पूरा नहीं हो पाया है, जिससे उद्घाटन की संभावनाएं प्रभावित हो रही हैं।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना है, जिसका उद्देश्य क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देना है। हालांकि, निर्माण कार्य में हो रही देरी के चलते इसके कमर्शियल ऑपरेशन की तिथि आगे बढ़ गई है। अब सभी की निगाहें मई महीने पर टिकी हैं, जब एयरोड्रोम लाइसेंस मिलने की उम्मीद की जा रही है। यदि यह प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी होती है, तो जल्द ही नोएडा एयरपोर्ट से विमान सेवाओं की शुरुआत संभव हो सकेगी।