केरल के एक व्यक्ति की इजरायल-जॉर्डन सीमा पर गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान केरल के थुंबा निवासी 47 वर्षीय एनी थॉमस गेब्रियल के रूप में हुई है। उनके परिवारवालों को भारतीय दूतावास से एक ईमेल प्राप्त हुआ, जिसमें उनकी मौत की पुष्टि की गई, लेकिन अभी तक उन्हें पूरी जानकारी नहीं मिल सकी है।
क्या है पूरा मामला?
घटना 10 फरवरी की बताई जा रही है, जब जॉर्डन के सैनिकों ने सीमा पर गोलीबारी की। बताया जा रहा है कि गेब्रियल के साथ उनके एक रिश्तेदार एडिसन भी मौजूद थे, जो गोलीबारी में घायल हुए थे। एडिसन के पैर में गोली लगी, लेकिन वह बच गए और भारत वापस लौट आए।
परिवारवालों के अनुसार, गेब्रियल ने जब घर छोड़ा था, तब उन्होंने तमिलनाडु के प्रसिद्ध ईसाई धार्मिक स्थल वेलंकन्नी जाने की बात कही थी। हालांकि, बाद में पता चला कि वह जॉर्डन गए थे और वहां से इजरायल की सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे। बताया जा रहा है कि चार सदस्यीय समूह, जिसमें गेब्रियल और एडिसन शामिल थे, तीन माह के पर्यटक वीजा पर जॉर्डन पहुंचे थे और एक एजेंट की मदद से इजरायल में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।
कैसे हुई घटना?
जानकारी के अनुसार, जब यह समूह सीमा पार करने का प्रयास कर रहा था, तब जॉर्डन की सेना ने उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन जब समूह के लोग भागने लगे तो सैनिकों ने उन पर गोलियां चला दीं। इसी दौरान गेब्रियल को सिर में गोली लगी और उनकी मौत हो गई, जबकि एडिसन को पैर में गोली लगी और वह घायल हो गए। इलाज के बाद एडिसन को भारत वापस भेज दिया गया।
परिवार अब तक अंधेरे में
गेब्रियल के परिवार को जब तक एडिसन वापस नहीं आए, तब तक इस घटना की पूरी जानकारी नहीं थी। जब एडिसन ने भारत लौटकर परिवार को इस घटना के बारे में बताया, तब जाकर उन्हें एहसास हुआ कि गेब्रियल जॉर्डन गए थे।
बाद में, भारतीय दूतावास ने एक आधिकारिक ईमेल के जरिए परिवार को गेब्रियल की मौत की सूचना दी। हालांकि, परिवार का कहना है कि उन्हें इस मामले की पूरी जानकारी नहीं दी गई है और वे भारत सरकार से इस घटना की गहन जांच और आवश्यक सहायता की मांग कर रहे हैं।
कई अनसुलझे सवाल
इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं—
गेब्रियल और उनके साथियों को इजरायल जाने की जरूरत क्यों पड़ी?
क्या उन्हें किसी एजेंट ने अवैध रूप से सीमा पार करने के लिए गुमराह किया?
जॉर्डन के सैनिकों ने गोलियां चलाने का फैसला क्यों लिया?
क्या भारतीय दूतावास मृतक के परिवार की मदद करेगा?
भारत सरकार से परिवार की अपील
गेब्रियल के परिजनों ने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय से अपील की है कि उन्हें इस मामले की पूरी जानकारी दी जाए और उनके शव को भारत लाने की प्रक्रिया में मदद की जाए। वे इस घटना की निष्पक्ष जांच की भी मांग कर रहे हैं ताकि यह स्पष्ट हो सके कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना थी या इसमें कोई साजिश थी।
इस घटना ने न केवल गेब्रियल के परिवार को गहरे शोक में डाल दिया है, बल्कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि भारतीय सरकार इस मामले को लेकर क्या कदम उठाती है और क्या गेब्रियल के परिवार को न्याय मिल पाता है या नहीं।
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