जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सेना के वाहन पर आतंकी हमला

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के सुंदरबनी क्षेत्र में आतंकियों ने सेना के एक वाहन पर हमला कर दिया। यह हमला नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास स्थित फाल गांव में हुआ। आतंकियों ने घात लगाकर सेना के वाहन पर गोलीबारी की, जिसके बाद सेना ने जवाबी कार्रवाई की और पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी।
हमले के बाद सेना का बड़ा एक्शन
अधिकारियों के अनुसार, यह हमला ऐसे क्षेत्र में हुआ है जिसे आतंकियों की पारंपरिक घुसपैठ के रास्ते के रूप में जाना जाता है। जैसे ही सेना के वाहन पर गोलीबारी हुई, सेना ने तुरंत जवाबी फायरिंग शुरू कर दी और अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया। फिलहाल, इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च अभियान चलाया जा रहा है ताकि हमलावरों को बेअसर किया जा सके।
एलओसी के पास बढ़ी सुरक्षा
राजौरी और उसके आसपास के इलाकों में पिछले कुछ महीनों से आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही अलर्ट पर थीं और इस हमले के बाद इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं। सेना और पुलिस की संयुक्त टीमें आतंकियों की तलाश कर रही हैं, जिससे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है।
आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी
सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस आतंकवाद के खिलाफ लगातार सख्त अभियान चला रही है। हाल ही में, मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में पाकिस्तान-आधारित दो आतंकियों की संपत्तियां जब्त की गईं। पुलिस ने अदालत के आदेश के बाद ताहिर अहमद पीर और मोहम्मद रमजान गनी की तीन कनाल और 12 मरला जमीन जब्त की। ये दोनों आतंकी वर्तमान में पाकिस्तान में रह रहे हैं और लंबे समय से आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त थे।
पहाड़ों और जंगलों में सेना का ऑपरेशन तेज
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के समूल नाश के लिए सुरक्षा बल लगातार अभियान चला रहे हैं। घने जंगलों और दुर्गम पहाड़ी इलाकों में आतंकियों के छिपने की खबरों के बाद सेना ने वहां भी ऑपरेशन तेज कर दिया है। सेना और पुलिस का संयुक्त प्रयास आतंकवाद पर कड़ी चोट कर रहा है, जिससे आतंकियों और उनके आकाओं को बड़ा झटका लग रहा है।
आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति
भारत सरकार और सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए हुए हैं। एलओसी पर बढ़ते आतंकी हमलों को देखते हुए सेना ने भी अपने ऑपरेशन को और तेज कर दिया है। आने वाले दिनों में आतंकियों के खिलाफ और सख्त कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है।
राजौरी में हुए इस आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और आतंकियों की खोज में जुट गई हैं। भारतीय सेना और पुलिस का यह अभियान आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में एक और कदम है। आने वाले समय में इस तरह के और भी सख्त ऑपरेशन देखने को मिल सकते हैं, जिससे जम्मू-कश्मीर में आतंक का खात्मा किया जा सके।
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