एयर इंडिया की सेवाओं को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। इस बार स्वयं केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को एयर इंडिया की फ्लाइट में टूटी हुई सीट पर सफर करना पड़ा, जिसके बाद इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस ने इस घटना को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि मोदी सरकार ने हर क्षेत्र को बर्बाद कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को 21 फरवरी को भोपाल से दिल्ली की यात्रा करनी थी। उन्होंने एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI436 में टिकट बुक कराया और उन्हें सीट नंबर 8C आवंटित की गई। लेकिन जब वे अपनी सीट पर पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि वह सीट टूटी हुई थी और अंदर धंसी हुई थी।
उन्होंने इस असुविधा के बारे में विमानकर्मियों से शिकायत की, तो उन्हें बताया गया कि प्रबंधन को पहले ही इसकी सूचना दी जा चुकी है और इस सीट की टिकट बिक्री नहीं की जानी चाहिए थी। चौहान ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि टाटा समूह द्वारा एयर इंडिया के अधिग्रहण के बाद सेवा में सुधार की उम्मीद थी, लेकिन यह उनका भ्रम निकला। उन्होंने यात्रियों से पूरा पैसा वसूलने के बाद उन्हें खराब सीट देने को ‘अनैतिक’ और ‘यात्रियों के साथ धोखा’ करार दिया।
कांग्रेस का सरकार पर हमला
कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह घटना इस बात का प्रमाण है कि सरकार ने हर क्षेत्र को बर्बाद कर दिया है। कांग्रेस ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट में लिखा:
“मोदी सरकार ने हर सेक्टर का भट्ठा बैठा दिया है। रेल और प्लेन में यात्री परेशान हैं। लोग शिकायत करते रहते हैं। वीडियो बनाते रहते हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं होती है। अब शिवराज जी को दिक्कत हुई है तो ट्वीट कर रहे हैं, हो सकता है इस पर एक्शन भी लिया जाए। लेकिन हालात सुधरने वाले नहीं हैं, क्योंकि कोई भी सिस्टम ऊपर से ठीक होता है और ऊपर तो ‘सब चंगा सी’ का ढोल पीटने से ही फुर्सत नहीं। लोग परेशानी झेलते हैं।”
शिवराज सिंह चौहान की चिंता
शिवराज सिंह चौहान ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल उनकी असुविधा का मामला नहीं है, बल्कि यह सभी यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा से जुड़ा मामला है। उन्होंने एयर इंडिया से सवाल किया कि क्या वह यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएगी कि भविष्य में किसी भी यात्री को इस प्रकार की असुविधा न हो।
एयर इंडिया की सफाई
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद एयर इंडिया ने शिवराज सिंह चौहान से माफी मांगी और आश्वासन दिया कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी। हालांकि, इस घटना ने एयर इंडिया की सेवाओं और उसके प्रबंधन पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।
शिवराज सिंह चौहान के अनुभव ने एक बार फिर भारतीय विमानन क्षेत्र की खामियों को उजागर कर दिया है। यात्रियों की सुरक्षा और आराम को ध्यान में रखते हुए एयर इंडिया को अपनी सेवाओं में सुधार करने की जरूरत है। सवाल यह है कि क्या सरकार और एयर इंडिया प्रबंधन इस ओर ठोस कदम उठाएंगे या यात्रियों को भविष्य में भी ऐसी असुविधाओं का सामना करना पड़ेगा?
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