अंशुला कांत: भारतीय बैंकिंग जगत की वैश्विक पहचान

भारतीय महिलाएँ आज वैश्विक स्तर पर बड़ी संस्थाओं में अपनी सेवाएँ देकर देश का गौरव बढ़ा रही हैं। इन्हीं में से एक नाम है अंशुला कांत, जिन्होंने वित्त और बैंकिंग के क्षेत्र में अपने उल्लेखनीय योगदान से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। वे भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर रह चुकी हैं और वर्तमान में विश्व बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) के पद पर कार्यरत हैं। उनकी इस उपलब्धि की घोषणा जुलाई 2019 में विश्व बैंक के प्रेसिडेंट डेविड मल्पास ने की थी।
35 वर्षों का समृद्ध अनुभव
अंशुला कांत को वित्त और बैंकिंग क्षेत्र में लगभग 35 वर्षों का गहन अनुभव प्राप्त है। उन्होंने वर्ल्ड बैंक में अपने पद को संभालने से पहले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अहम भूमिकाएँ निभाई थीं। बैंकिंग सेवा में तकनीक के प्रभावी इस्तेमाल के लिए वे विशेष रूप से जानी जाती हैं। SBI में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने डिजिटल बैंकिंग और वित्तीय प्रबंधन के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण सुधार किए।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
अंशुला कांत का जन्म 1960 में उत्तराखंड के रुड़की जिले में एक हिंदू परिवार में हुआ। उन्होंने 1979 में दिल्ली के प्रतिष्ठित लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर विमेन से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में परास्नातक किया। इसके अतिरिक्त, वे इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकर्स की प्रमाणित एसोसिएट भी हैं।
पारिवारिक जीवन और करियर की शुरुआत
अंशुला की शादी वाराणसी के चार्टर्ड अकाउंटेंट संजय कांत से हुई। वे दो बच्चों – एक बेटा और एक बेटी की माँ हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में प्रोबेशनरी ऑफिसर के रूप में की थी। अपने मेहनत और नेतृत्व क्षमता के बल पर वे एसबीआई महाराष्ट्र और गोवा की मुख्य महाप्रबंधक बनीं और बाद में सिंगापुर में एसबीआई की मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के पद पर कार्यरत रहीं।
एसबीआई से विश्व बैंक तक का सफर
2018 में अंशुला कांत को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की प्रबंध निदेशक और बैंक के बोर्ड की सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया। उनके कुशल नेतृत्व और वित्तीय प्रबंधन के कारण वे तेजी से आगे बढ़ीं और 2019 में उन्होंने विश्व बैंक समूह के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) और प्रबंध निदेशक (MD) का पद ग्रहण किया।
अंशुला कांत की प्रेरणादायक उपलब्धियाँ
अंशुला कांत ने बैंकिंग सेक्टर में डिजिटलाइजेशन और तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देकर इस क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए। उनकी मेहनत और लगन हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो बैंकिंग और वित्तीय क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा रखता है। वे भारतीय महिलाओं के लिए एक मिसाल हैं कि मेहनत, लगन और दूरदर्शिता से वैश्विक स्तर पर भी सफलता हासिल की जा सकती है।
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