हाल ही में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिका का दौरा किया और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से गाजा हमले सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की। इस दौरान, ट्रंप ने गाजा पर कब्जा करने की बात की, जो दोनों देशों के बीच एक महत्वपूर्ण रणनीतिक चर्चा का हिस्सा बना। लेकिन इस मुलाकात के दौरान एक और महत्वपूर्ण घटना घटी, जब नेतन्याहू ने ट्रंप को एक बेहद खास तोहफा दिया, जो हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल के एक कुख्यात ऑपरेशन को लेकर था।
गोल्डन पेजर: एक खास तोहफा नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को एक गोल्डन पेजर और एक स्टैंडर्ड पेजर उपहार में दिया। इस पेजर पर एक विशेष संदेश लिखा था, “राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप, हमारे सबसे बड़े मित्र और सबसे बड़े सहयोगी।” इसके अलावा, पेजर पर एक और संदेश था, “दोनों हाथों से दबाएं।” यह संदेश सीधे तौर पर इजरायल के एक जबरदस्त ऑपरेशन से जुड़ा था, जिसमें इजरायल ने हिजबुल्लाह के आतंकियों पर हमला किया था।
हिजबुल्लाह पर घातक पेजर हमला पेजर पर लिखे गए इस संदेश का संबंध एक घटना से है, जो सितंबर 2024 में लेबनान में हुई थी। इस घटना में, इजरायल ने हिजबुल्लाह के सदस्यों के खिलाफ एक घातक पेजर हमले को अंजाम दिया। इजरायल की मोसाद खुफिया एजेंसी ने हिजबुल्लाह के पेजरों में विस्फोटक लगाए थे, और जब आतंकियों ने इन्हें दबाया, तो पेजर फट गए। इसका संदेश था, “दोनों हाथों से दबाएं,” जो हिजबुल्लाह के आतंकियों के लिए मौत का पैगाम बन गया। इस हमले में 39 हिजबुल्लाह सदस्य मारे गए और 3,000 से अधिक घायल हुए।
व्हाइट हाउस में ट्रंप का आभार व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नेतन्याहू की मुलाकात के दौरान ट्रंप ने इस ऑपरेशन को शानदार बताते हुए नेतन्याहू को धन्यवाद दिया। ट्रंप ने कहा, “यह एक शानदार ऑपरेशन था।” यह एक संकेत था कि इजरायल और अमेरिका के बीच सुरक्षा और सैन्य सहयोग लगातार मजबूत हो रहा है।
हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल का कड़ा रुख इजरायल ने पहले ही इस ऑपरेशन की पुष्टि की थी, जिसमें 17 और 18 सितंबर 2024 को हिजबुल्लाह के पेजरों पर विस्फोटक लगाए गए थे। यह ऑपरेशन इजरायल की कड़ी सुरक्षा नीति और हिजबुल्लाह के खिलाफ उसकी रणनीतिक तैयारियों का हिस्सा था। इस ऑपरेशन ने न केवल हिजबुल्लाह के आतंकियों को नुकसान पहुंचाया, बल्कि उन्हें यह संदेश भी दिया कि इजरायल अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
इजरायल और अमेरिका के बीच बढ़ता हुआ सैन्य और सुरक्षा सहयोग इस बात का स्पष्ट संकेत है कि दोनों देशों के रिश्ते मजबूत हो रहे हैं। बेंजामिन नेतन्याहू का अमेरिकी दौरा और ट्रंप के साथ उनका उपहार आदान-प्रदान यह दर्शाता है कि इजरायल और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में एकजुट हैं। हिजबुल्लाह के खिलाफ इजरायल की रणनीति और उसके द्वारा की गई कार्रवाई से यह साफ है कि वह अपने सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगा।
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