लखनऊ, भारत – भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक का सोमवार को लखनऊ आगमन हुआ, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर स्वयं पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिनंदन किया। इस महत्वपूर्ण यात्रा के दौरान भूटान नरेश भारत और भूटान के संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए कई कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।
लखनऊ में भव्य स्वागत एवं उच्चस्तरीय बैठकें
भूटान नरेश के सम्मान में लखनऊ के ताज होटल में एक महत्वपूर्ण शिष्टाचार भेंट का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने हिस्सा लिया। इस दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने को लेकर विचार-विमर्श किया गया।
इसके पश्चात, उत्तर प्रदेश के राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा आयोजित भव्य रात्रि भोज में भूटान नरेश शामिल हुए। राजभवन पहुंचने पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। इस अवसर पर भूटान नरेश ने राजभवन स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी।
भारत-भूटान संबंधों पर विशेष चर्चा
राजभवन में आयोजित इस बैठक में भारत और भूटान के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों पर गहन चर्चा हुई। भूटान नरेश, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों देशों की संस्कृति, परंपराओं और संबंधों को और सुदृढ़ करने पर विचार-विमर्श किया। इस बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और पर्यटन क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
भूटान नरेश का प्रयागराज महाकुंभ दौरा
आज (मंगलवार) को भूटान नरेश प्रयागराज महाकुंभ के पावन अवसर पर संगम तट पर पवित्र स्नान करेंगे। यह क्षण भारत-भूटान के आध्यात्मिक संबंधों को दर्शाता है। वह संगम में त्रिवेणी संगम का दर्शन कर विशेष पूजन करेंगे।
लखनऊ में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और भव्य स्वागत
भूटान नरेश के स्वागत के लिए लखनऊ एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री के साथ महापौर सुषमा खर्कवाल, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, डीजीपी प्रशांत कुमार और लखनऊ के जिलाधिकारी विशाख जी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर भारतीय संस्कृति के अनुरूप कलाकारों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, जिसने पूरे वातावरण को अत्यंत भव्य और मनमोहक बना दिया।
भूटान नरेश की यह यात्रा भारत-भूटान के मजबूत संबंधों का प्रतीक है और दोनों देशों के मैत्रीपूर्ण सहयोग को और अधिक प्रगाढ़ करने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
Discussion about this post