संसद में राहुल गांधी का तीखा हमला: बजट, बेरोजगारी व चीन के मुद्दे पर सरकार को घेरा

संसद के बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरने की कोशिश की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने भाषण में बेरोजगारी, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, चीन के अतिक्रमण और विदेश नीति पर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला।
राष्ट्रपति के अभिभाषण पर राहुल गांधी की नाराजगी
राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस अभिभाषण में देश के सबसे बड़े मुद्दे—बेरोजगारी और युवाओं की समस्याओं—का जिक्र तक नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि सरकार केवल बड़ी-बड़ी बातें कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात गंभीर होते जा रहे हैं।
‘मेक इन इंडिया’ पर सवाल
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की आलोचना की और कहा कि यह पूरी तरह से असफल रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में बनने वाले मोबाइल फोन वास्तव में भारत में नहीं बनते, बल्कि उनके पुर्जे चीन से आते हैं और यहां केवल असेंबल किए जाते हैं। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने केवल कंजम्पशन (उपभोग) पर ध्यान दिया, जिससे असमानता और बढ़ गई है।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गिरावट
राहुल गांधी ने दावा किया कि भारत का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पिछले 60 वर्षों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के गलत नीतिगत फैसलों की वजह से उत्पादन क्षेत्र में गिरावट आई है, जिससे नौकरियों की भारी कमी हो गई है।
चीन मुद्दे पर सरकार और सेना के बयान अलग-अलग?
राहुल गांधी ने चीन के मुद्दे पर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सरकार और भारतीय सेना के बयान अलग-अलग हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी सेना के बयान को नकार रहे हैं। राहुल ने कहा, “सेना प्रमुख ने साफ कहा है कि चीन हमारी सीमा में घुसा हुआ है, लेकिन प्रधानमंत्री इस पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।” उनके इस बयान पर भाजपा सांसदों ने कड़ा विरोध जताया और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी से ठोस सबूत पेश करने की मांग की।
विदेश नीति पर भी उठाए सवाल
राहुल गांधी ने भारत की विदेश नीति पर सवाल खड़े करते हुए दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका का निमंत्रण दिलाने के लिए भारत के विदेश मंत्री को तीन बार अमेरिका भेजा गया। उन्होंने कहा कि भारत जैसी महाशक्ति को इस प्रकार निमंत्रण के लिए प्रयास नहीं करने चाहिए, बल्कि उसकी नीतियां इतनी प्रभावशाली होनी चाहिए कि उसे वैश्विक स्तर पर महत्व दिया जाए।
महाराष्ट्र में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का आरोप
राहुल गांधी ने महाराष्ट्र की वोटर लिस्ट में कथित गड़बड़ियों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले पांच महीनों में 70 लाख नए वोटर्स जोड़े गए हैं, जो संदेह पैदा करता है। उन्होंने दावा किया कि शिरडी की एक इमारत में ही 7,000 लोगों के नाम वोटर लिस्ट में जोड़े गए हैं। उन्होंने मांग की कि इस मामले की जांच होनी चाहिए और यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा ने किया पलटवार
भाजपा ने राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। किरेन रिजिजू ने कहा कि राहुल गांधी केवल निराधार आरोप लगा रहे हैं और उन्हें अपने दावों के समर्थन में ठोस सबूत पेश करने चाहिए। भाजपा सांसदों ने राहुल गांधी पर झूठी बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए संसद में विरोध जताया।
राहुल गांधी के इस आक्रामक भाषण के बाद संसद में गरमा-गरमी बढ़ गई। विपक्ष ने जहां सरकार को बेरोजगारी, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की गिरावट, चीन के मुद्दे और विदेश नीति पर घेरने की कोशिश की, वहीं भाजपा ने उनके आरोपों को खारिज कर दिया। अब देखना यह होगा कि इन मुद्दों पर सरकार क्या रुख अपनाती है और संसद में आगे की चर्चा किस दिशा में जाती है।
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