वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आम बजट 2025 पेश किया, जिसमें शिक्षा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मेडिकल कॉलेजों और स्टार्टअप्स के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की गईं।
AI और उच्च शिक्षा में बड़ा निवेश
देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे। इन सेंटर्स के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।
IIT में विस्तार की योजना के तहत, पिछले 10 वर्षों में 23 IITs में छात्रों की संख्या 100% बढ़ी है।
2014 के बाद स्थापित 5 नए IITs में 6,500 छात्रों के लिए अतिरिक्त इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा।
IIT पटना में छात्रावास और बुनियादी सुविधाओं का विस्तार होगा।
स्किल डेवलपमेंट के लिए 5 नए नेशनल सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए जाएंगे।
स्कूल शिक्षा में सुधार
अगले 5 वर्षों में 50,000 सरकारी स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित की जाएंगी।
ब्रॉडबैंड कनेक्टिविटी को सभी सरकारी माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों तक विस्तारित किया जाएगा।
भारतीय भाषा स्कीम लॉन्च की गई, जिससे क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा मिलेगा।
मेडिकल कॉलेजों में सीटें बढ़ेंगी
देशभर में मेडिकल कॉलेजों में अगले 5 वर्षों में 75,000 सीटें बढ़ाई जाएंगी।
अगले साल 10,000 मेडिकल सीटें जोड़ी जाएंगी।
वर्तमान में 1,12,112 मेडिकल सीटें उपलब्ध हैं, जिन्हें और बढ़ाने से छात्रों को अधिक अवसर मिलेंगे।
स्टार्टअप और कृषि क्षेत्र को बढ़ावा
स्टार्टअप क्रेडिट गारंटी बढ़ाकर 20 करोड़ रुपये की गई।
बिहार में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट स्थापित किया जाएगा। यह किसानों की आय बढ़ाने, कौशल विकास और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा करने में मदद करेगा।
स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा पर जोर
चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
बजट में अनुसंधान, नवाचार और चिकित्सा शिक्षा के विस्तार को प्राथमिकता दी गई है।
बजट 2025: विकास की नई दिशा
वित्त मंत्री ने कहा कि यह बजट शिक्षा, नवाचार और स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार लाने के लिए समर्पित है। इससे छात्रों, युवाओं, स्टार्टअप्स और किसानों को नए अवसर मिलेंगे और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
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