इस साल जनवरी का महीना दिल्ली के लिए ठंड के लिहाज से अनूठा रहा। न्यूनतम तापमान के आधार पर यह पिछले आठ वर्षों की सबसे गर्म जनवरी रही है। इस दौरान दिल्ली का औसत न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, फरवरी में उत्तर भारत के कई हिस्सों में कोहरा छाया रहेगा। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में छिटपुट से लेकर व्यापक स्तर पर वर्षा और बर्फबारी की संभावना बनी हुई है।
देशभर में मौसम का हाल
उत्तर भारत: पंजाब और हरियाणा में मध्यम बारिश की उम्मीद है।
दक्षिण भारत: केरल और तमिलनाडु में भारी वर्षा संभव है।
उत्तराखंड: 1 से 4 फरवरी के बीच बारिश और बर्फबारी होने की संभावना है।
हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख: 30 जनवरी से 5 फरवरी तक छिटपुट से मध्यम वर्षा और बर्फबारी का अनुमान है।
पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश: 1 से 4 फरवरी के बीच हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
पूर्वी राजस्थान और विदर्भ: 2 से 4 फरवरी के बीच हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़: 3 और 4 फरवरी को हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दक्षिण भारत में नमी और भारी वर्षा की संभावना
पूर्वी लहर के कारण दक्षिण भारत के कई हिस्सों में नमी बनी रहेगी। तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे में 2 फरवरी तक गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी।
फरवरी में सामान्य से अधिक तापमान रहने की आशंका
जनवरी में गर्म और शुष्क मौसम के बाद फरवरी में सामान्य से अधिक तापमान रहने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से कम वर्षा होगी। 1971-2020 की दीर्घकालिक औसत 22.7 मिमी वर्षा का केवल 81% होने की संभावना है।
उत्तर-पश्चिम और प्रायद्वीपीय भारत: कुछ हिस्सों को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना।
पश्चिम-मध्य और प्रायद्वीपीय भारत: कुछ हिस्सों में तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना।
मौसम पर नजर बनाए रखें
मौसम में लगातार हो रहे बदलावों को देखते हुए मौसम विभाग की ताजा अपडेट पर ध्यान देना जरूरी है। आगामी दिनों में मौसम की स्थिति और बदल सकती है, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
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