अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स को आदेश दिया कि वह मार्च 2025 के अंत तक अंतरिक्ष में फंसी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करें। ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर इस बारे में जानकारी दी। इस मामले को लेकर नासा ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है।
नासा का बयान
नासा ने पुष्टि की है कि वह अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में महीनों से फंसे अपने अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाने के लिए स्पेसएक्स के साथ मिलकर काम कर रहा है। इस प्रयास में नासा ने ‘क्रू-10 मिशन’ का जिक्र किया है, जो मौजूदा अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा। नासा और स्पेसएक्स एजेंसी, क्रू-9 मिशन के तहत मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए तेजी से काम कर रही हैं।
क्रू-10 मिशन की तैयारी
नासा और स्पेसएक्स ने मार्च 2025 के अंत से पहले क्रू-10 मिशन को आईएसएस पर लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है। इस मिशन के तहत नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग, सुनीता विलियम्स, बुच विल्मोर और रोस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोर्बुनोव को पृथ्वी पर सुरक्षित वापस लाया जाएगा। क्रू-9 मिशन तभी वापस लौट सकेगा जब क्रू-10 मिशन के अंतरिक्ष यात्री आईएसएस पर सफलतापूर्वक पहुंच जाएंगे।
सुनीता विलियम्स की ऐतिहासिक उपलब्धि
सुनीता विलियम्स की 30 जनवरी को होने वाली स्पेसवॉक उनकी नौवीं स्पेसवॉक होगी। यदि यह सफल होती है, तो वह इतिहास की सबसे अनुभवी महिला अंतरिक्ष यात्री बन जाएंगी। उनकी इस उपलब्धि पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं।
एलन मस्क का बयान
स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह चौंकाने वाला है कि पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन द्वारा इन अंतरिक्ष यात्रियों को इतने लंबे समय तक अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर छोड़ दिया गया था। मस्क ने आश्वासन दिया कि उनकी कंपनी जल्द से जल्द इन अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करेगी।
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की सुरक्षित वापसी के लिए नासा और स्पेसएक्स पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। ट्रंप के आदेश के बाद इस प्रक्रिया में तेजी आई है और मार्च 2025 के अंत तक दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्वी पर वापस लाने का लक्ष्य रखा गया है। यह मिशन न केवल अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि अंतरिक्ष अभियानों के भविष्य के लिए भी एक महत्वपूर्ण उपलब्धि साबित हो सकता है।
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