उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में मंगलवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया। भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू पर्व के दौरान मान स्तम्भ परिसर में लकड़ी से बना मंच ढह गया, जिसके नीचे 50 से अधिक श्रद्धालु दब गए। इस हादसे में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 40 अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हादसे के बाद मौके पर भगदड़ मच गई, जिससे हालात और बिगड़ गए। इस दुर्घटना में 5 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए, जो भगदड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे थे।
क्या हुआ था हादसा?
यह हादसा बागपत के बड़ौत शहर के कोतवाली क्षेत्र के गांधी रोड पर स्थित श्री दिगंबर जैन डिग्री कॉलेज के मैदान में हुआ। यहां पर भगवान आदिनाथ के निर्वाण लड्डू पर्व के अवसर पर धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था। इस मौके पर 65 फीट ऊंचा लकड़ी का मंच तैयार किया गया था, जिस पर भगवान आदिनाथ की 4-5 फीट ऊंची प्रतिमा रखी गई थी।
श्रद्धालु भगवान की पूजा करने के लिए मंच पर चढ़ रहे थे। मंच तक पहुंचने के लिए लकड़ी से बनी मचाननुमा सीढ़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा था। इसी दौरान अचानक मंच के नीचे दबाव बढ़ने के कारण वह ढह गया। मंच गिरने के साथ ही श्रद्धालु मचान के नीचे दब गए, जिससे भारी भगदड़ मच गई। मचान के नीचे दबे लोगों की मदद के लिए चीख-पुकार मच गई और बाकी लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया संज्ञान
इस दर्दनाक घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया। उन्होंने अधिकारियों को तात्कालिक रूप से घटनास्थल पर पहुंचने और राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने घायलों को शीघ्र और समुचित इलाज उपलब्ध कराने की बात कही और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
प्रशासन और पुलिस का त्वरित बचाव कार्य
हादसे के बाद बागपत जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने त्वरित रूप से बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। जिलाधिकारी अस्मिता लाल और एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने भी अस्पतालों का दौरा किया और घायलों की स्थिति की जानकारी ली। मौके पर पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद हैं, जो स्थिति को नियंत्रित करने में जुटे हुए हैं।
चश्मदीदों का बयान
चश्मदीदों के अनुसार, मंच की सीढ़ियां अचानक टूट गईं और पूरा मंच नीचे गिर गया। मंच पर चढ़े लोग मचान के नीचे दब गए और भगदड़ मच गई। यह दृश्य अत्यंत दर्दनाक था, क्योंकि लोग मदद के लिए चीख रहे थे, जबकि अन्य अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहे थे।
मृतकों और घायलों के परिवारों के प्रति संवेदना
इस हादसे में मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से तत्काल राहत कार्य में तेजी लाने को कहा। उन्होंने घायलों को हर संभव सहायता देने का निर्देश भी दिया।
यह हादसा बागपत में धार्मिक अनुष्ठान के दौरान सुरक्षा की भारी चूक को उजागर करता है। प्रशासन की ओर से धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी न हो, इसके लिए कड़े कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। उम्मीद की जाती है कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए प्रशासन और आयोजक उचित सुरक्षा इंतजाम करेंगे।
राहत कार्य जारी हादसे के बाद राहत कार्य लगातार जारी है और प्रशासन इस मामले में पूरी तन्मयता से काम कर रहा है ताकि घायलों को जल्द से जल्द इलाज मिल सके और स्थिति को नियंत्रण में लाया जा सके।
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