प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 का भव्य आयोजन अपनी पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ जारी है। आज महाकुंभ का 15वां दिन है, और अब तक 11 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित कर चुके हैं। इस अलौकिक आयोजन में देश-विदेश से लोग आस्था और आध्यात्मिकता की खोज में प्रयागराज पहुंच रहे हैं।
गृहमंत्री अमित शाह का दौरा गृहमंत्री अमित शाह आज महाकुंभ में शामिल होंगे और संगम में पवित्र स्नान करेंगे। अपने सात घंटे के दौरे के दौरान वह विभिन्न धार्मिक स्थलों पर पूजा-अर्चना करेंगे और पूज्य संतों से भेंट करेंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस दौरान उनके साथ रहेंगे।
गृहमंत्री अमित शाह सुबह 11:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां से वह अरैल जाएंगे। वहां से वह निषादराज क्रूज के जरिए वीआईपी घाट पहुंचेंगे। संगम में स्नान और पूजन के बाद शाह अक्षयवट और बड़े हनुमान मंदिर के दर्शन करेंगे।
संतों से मुलाकात और भंडारे में भागीदारी अमित शाह कुंभ के दौरान जगन्नाथ ट्रस्ट शिविर में आयोजित भंडारे में पूज्य संतों के साथ भोजन करेंगे। वह शंकराचार्य, शरणानंदजी महाराज, गोविंद गिरि महाराज सहित अन्य संतों से भी मुलाकात करेंगे। यह मुलाकात संत समाज और सरकार के बीच संवाद और समन्वय को मजबूत करने का प्रतीक होगी।
महाकुंभ: 144 वर्षों का विशेष संयोग इस बार का महाकुंभ 144 वर्षों बाद होने वाला एक विशेष आयोजन है। इसका शुभारंभ 13 जनवरी 2025 को हुआ और यह 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। इस महायज्ञ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है। महाकुंभ न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विविधता और आध्यात्मिक धरोहर का एक अद्भुत उदाहरण भी है।
गृहमंत्री का संदेश गृहमंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “सनातन धर्म का महाकुंभ, जो पूरी दुनिया को समानता और सद्भाव का संदेश देता है, न केवल एक तीर्थ स्थल है, बल्कि देश की विविधता, आस्था और ज्ञान परंपरा का संगम भी है। मैं प्रयागराज में महाकुंभ में डुबकी लगाने और पूजा करने तथा पूज्य संतों से मिलने के लिए उत्साहित हूं।”
महाकुंभ में सुरक्षा और व्यवस्था महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की गई है। पुलिस और प्रशासन ने संगम क्षेत्र में व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं। श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छता, पेयजल, स्वास्थ्य सेवाओं और परिवहन की सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
श्रद्धालुओं के लिए संदेश गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम में स्नान को मोक्ष का मार्ग माना जाता है। महाकुंभ के दौरान संगम स्नान का महत्व और भी बढ़ जाता है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे स्वच्छता और नियमों का पालन करें और इस पवित्र आयोजन का हिस्सा बनें।
महाकुंभ 2025 एक ऐसा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जो भारत के धार्मिक और सांस्कृतिक गौरव को विश्व पटल पर स्थापित करता है। गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ा रही है। महाकुंभ न केवल श्रद्धा का संगम है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा का जीवंत प्रतीक भी है।
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