केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का झांसा देकर भोले-भाले लोगों को ठगने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस घोटाले में आरोपियों ने 350 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है। जांच एजेंसी ने शुक्रवार को इस मामले में दिल्ली, झारखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान के कई स्थानों पर छापेमारी की।
कैसे हुआ ठगी का खुलासा? सीबीआई के अनुसार, आरोपी एक सुव्यवस्थित पोंजी योजना के जरिए निवेशकों को आकर्षित कर रहे थे। वे लोगों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर “मोटे रिटर्न” का लालच देते थे। लेकिन असल में, उनकी मंशा निवेशकों के पैसे हड़पने की थी। इन योजनाओं का प्रचार-प्रसार सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों और ग्रुप्स के जरिए किया जा रहा था।
घोटाले का तरीका जांच में यह सामने आया है कि आरोपी ठगी की गई राशि को तुरंत क्रिप्टोकरेंसी में बदल देते थे ताकि धन का स्रोत छिपाया जा सके। क्रिप्टोकरेंसी वॉलेट और बैंक खातों की जांच से पता चला कि घोटालेबाजों ने क्वाइनडीसीएक्स, वजीरएक्स, जेबपे और बिटबीएनएस जैसे बड़े एक्सचेंजों में कई वॉलेट बनाए थे।
तलाशी में मिले सबूत सीबीआई ने छापेमारी के दौरान 38,414 डॉलर (डिजिटल वर्चुअल संपत्ति), 34.2 लाख रुपये नकद, सात मोबाइल फोन, एक लैपटॉप, एक टैबलेट, तीन हार्ड डिस्क, 10 पेन ड्राइव और कई अन्य डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं। इसके अलावा, सिम कार्ड, एटीएम कार्ड और कई ईमेल खातों से जुड़े दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।
घोटाले की जड़ सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि यह घोटाला केवल क्रिप्टोकरेंसी तक सीमित नहीं था। आरोपियों ने लोगों को ऑनलाइन लोन, लकी ड्रा, यूपीआई फ्रॉड और इंटरनेट बैंकिंग जैसे अन्य माध्यमों से भी ठगने का प्रयास किया। दो साल की अवधि में करीब 350 करोड़ रुपये का लेन-देन दर्ज किया गया है।
आरोपियों पर लगे कानून आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी (आपराधिक साजिश), धारा 420 (धोखाधड़ी) और सूचना प्रौद्योगिकी कानून 2000 की धारा 66डी के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह जांच पुराने कानूनों के तहत हो रही है क्योंकि यह मामले नए आपराधिक कानून लागू होने से पहले के हैं।
सीबीआई की कार्रवाई जारी अधिकारियों ने बताया कि ठगी से जुड़े कई अन्य व्यक्तियों की जांच की जा रही है। इस घोटाले के मुख्य सरगनाओं और उनके नेटवर्क को पकड़ने के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई है।
सीबीआई की चेतावनी सीबीआई ने आम जनता से अपील की है कि वे क्रिप्टोकरेंसी या अन्य किसी भी निवेश के झांसे में न आएं। किसी भी तरह की अनधिकृत योजनाओं से सावधान रहें और सतर्क रहें।
Discussion about this post