प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ-2025 में आस्था और भक्ति का संगम देश-विदेश के श्रद्धालुओं को अपनी ओर खींच रहा है। इस पवित्र अवसर पर देश की कई जानी-मानी विभूतियां संगम नगरी में पुण्यलाभ के लिए पहुंच रही हैं। उद्योग, शिक्षा, और समाज सेवा के क्षेत्र से जुड़े दिग्गज अपनी मौजूदगी से महाकुंभ की शोभा बढ़ा रहे हैं।
गौतम अदाणी की आध्यात्मिक यात्रा देश के प्रतिष्ठित उद्योगपति और अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी प्रयागराज पहुंच चुके हैं। वह महाकुंभ में पुण्य के भागी बनने के लिए इस्कॉन के शिविर में श्रद्धालुओं की सेवा में भाग लेंगे। अदाणी समूह ने मेला क्षेत्र में पैदल चलने में असमर्थ तीर्थ यात्रियों के लिए बैटरी चालित वाहन की व्यवस्था की है। इसके साथ ही, समूह ने गीता प्रेस के सहयोग से एक करोड़ आरती संग्रह और इस्कॉन के साथ मिलकर प्रतिदिन एक लाख श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित करने की जिम्मेदारी ली है। गौतम अदाणी ने बड़े हनुमानजी के दर्शन करने की भी योजना बनाई है और भंडारा प्रसाद स्थल पर सेवा कार्य में योगदान देंगे।
सुधा मूर्ति: आस्था और भक्ति का संगम इन्फोसिस समूह की अध्यक्ष और समाजसेवी सुधा मूर्ति सोमवार को प्रयागराज पहुंचीं। उन्होंने कहा, “महाकुंभ में आकर मैं बेहद उत्साहित और आनंदित हूं। यह तीर्थराज है और यहां आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।” सुधा मूर्ति संगम क्षेत्र का भ्रमण करने के साथ-साथ स्वामी अवधेशानंद गिरि, स्वामी चिदानंद मुनि, और तिरुपति बालाजी ट्रस्ट के शिविरों का दौरा करेंगी।
बिड़ला परिवार का महाकुंभ में विशेष योगदान उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला और एमपी बिड़ला समूह के चेयरमैन हर्ष लोढ़ा परिवार सहित 25 जनवरी को महाकुंभ में पहुंचेंगे। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, बिड़ला परिवार झूंसी स्थित बिड़ला हाउस में ठहरेगा और 30 जून तक मेला क्षेत्र में उपस्थित रहेगा। उनके स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की जा रही हैं।
सावित्री जिंदल की प्रतीक्षित यात्रा देश की सबसे अमीर महिलाओं में से एक और ओपी जिंदल समूह की अध्यक्ष सावित्री जिंदल भी जल्द ही महाकुंभ में पहुंचेंगी। उनका संगम में स्नान और संत-महात्माओं से मिलने का कार्यक्रम तय किया गया है।
सेवा और सहयोग की भावना महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक, बल्कि सेवा और सहयोग का भी प्रतीक बन गया है। इस्कॉन, गीता प्रेस, और अन्य संगठनों के साथ मिलकर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। इस्कॉन शिविर: श्रद्धालुओं को महाप्रसाद और अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। गीता प्रेस: एक करोड़ आरती संग्रह वितरित कर भक्तों में आस्था की लौ जलाई जा रही है।
प्रयागराज: आस्था और भक्ति का केंद्र महाकुंभ 2025 में देश-विदेश के श्रद्धालुओं का जुटना इस बात का प्रमाण है कि यह मेला न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि समाज और संस्कृति का भी संगम है। प्रसिद्ध हस्तियों की उपस्थिति ने इसकी भव्यता को और बढ़ा दिया है।
महाकुंभ 2025 न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सेवा, समर्पण और सहयोग का अनुपम उदाहरण भी प्रस्तुत कर रहा है। गौतम अदाणी, सुधा मूर्ति, कुमार मंगलम बिड़ला और सावित्री जिंदल जैसी हस्तियों की उपस्थिति ने महाकुंभ को और अधिक खास बना दिया है। यह मेला भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता का विश्वस्तरीय उत्सव बन गया है।
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