भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के 150वें स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मिशन मौसम’ की शुरुआत की। इस ऐतिहासिक पहल का उद्देश्य भारत को “मौसम के प्रति तैयार और जलवायु के प्रति स्मार्ट” राष्ट्र के रूप में विकसित करना है। यह समारोह मंगलवार सुबह नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित हुआ, जिसमें प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी किया।
‘मिशन मौसम’ के मुख्य उद्देश्य
‘मिशन मौसम’ आधुनिक तकनीकों और उच्च स्तरीय प्रणाली के माध्यम से मौसम निगरानी को बेहतर बनाने पर केंद्रित है। इसके प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
1. उन्नत तकनीक का विकास: उच्च-रिज़ॉल्यूशन वायुमंडलीय अवलोकन, अगली पीढ़ी के रडार, उपग्रहों और उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटरों को कार्यान्वित करना।
2. जलवायु और मौसम की समझ में सुधार: बेहतर मौसम पूर्वानुमान और डेटा विश्लेषण के माध्यम से दीर्घकालिक योजनाएं बनाना।
3. वायु गुणवत्ता डेटा: सटीक और समय पर वायु गुणवत्ता से संबंधित जानकारी प्रदान करना, जिससे जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और मौसम प्रबंधन की रणनीतियों में मदद मिले।
आईएमडी विज़न-2047 दस्तावेज़ का विमोचन
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर ‘आईएमडी विज़न-2047’ दस्तावेज़ जारी किया। यह दस्तावेज़ मौसम पूर्वानुमान, जलवायु परिवर्तन शमन, और मौसम प्रबंधन में भविष्य की योजनाओं और रणनीतियों को रेखांकित करता है। इसका उद्देश्य देश को अगले 25 वर्षों में जलवायु और मौसम के क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर अग्रसर करना है।
आईएमडी की 150 वर्षों की यात्रा
आईएमडी की स्थापना 1875 में हुई थी, और पिछले 150 वर्षों में इसने मौसम और जलवायु सेवाओं में कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। जलवायु अनुकूलता में योगदान: आईएमडी ने बाढ़, चक्रवात और सूखे जैसी प्राकृतिक आपदाओं के पूर्वानुमान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। तकनीकी प्रगति: आईएमडी ने आधुनिक रडार सिस्टम और सैटेलाइट तकनीक को अपनाकर अपने पूर्वानुमान की सटीकता में सुधार किया है। कृषि और आपदा प्रबंधन में सहायता: मौसम सेवाओं ने किसानों, आपदा प्रबंधन एजेंसियों और आम जनता को लाभान्वित किया है।
आईएमडी स्थापना दिवस के अन्य कार्यक्रम
आईएमडी की 150 वर्षों की उपलब्धियों का प्रदर्शन।
जलवायु परिवर्तन और अनुकूलन में आईएमडी की भूमिका।
विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों द्वारा प्रदर्शित मौसम और जलवायु सेवाएं।
प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,
“मौसम और जलवायु प्रक्रियाओं की गहन समझ ही भविष्य में स्थिर विकास और आपदा प्रबंधन की कुंजी है। ‘मिशन मौसम’ भारत को जलवायु-अनुकूल राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
‘मिशन मौसम’ भारत के मौसम विज्ञान क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखेगा। यह पहल न केवल सटीक मौसम पूर्वानुमान को सुनिश्चित करेगी, बल्कि जलवायु परिवर्तन के प्रति भारत की तैयारी को भी मजबूत करेगी। आईएमडी के 150वें स्थापना दिवस पर शुरू किया गया यह मिशन देश को जलवायु-अनुकूल और तकनीकी रूप से सक्षम राष्ट्र बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।
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