उत्तर भारत इन दिनों कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की चपेट में है, जिससे बुधवार को ठंड का असर और बढ़ गया। कश्मीर घाटी में अधिकांश स्थानों पर रात का तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया, जबकि राजस्थान और हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में तापमान जमाव बिंदु के करीब दर्ज किया गया।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि आने वाले दिनों में कई स्थानों पर तापमान में और गिरावट हो सकती है। हालांकि, राजधानी दिल्ली में दोपहर में खिली धूप ने लोगों को थोड़ी राहत दी। इसके बावजूद, उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ इलाकों में सप्ताह के अंत तक बारिश और बर्फबारी होने की संभावना जताई गई है, जो पश्चिमी विक्षोभ के कारण हो सकती है।
राजस्थान: शीतलहर का असर सबसे अधिक राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर में बुधवार को रात का न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पूरे राज्य में सबसे कम रहा। जयपुर में भी ठंड का प्रकोप जारी है, जहां रात का तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के विभिन्न हिस्सों में ठंडी हवाओं और गिरते तापमान ने जनजीवन पर असर डाला है।
पंजाब और हरियाणा: कोहरे के कारण दृश्यता शून्य पंजाब और हरियाणा में घने कोहरे की वजह से दृश्यता शून्य तक पहुंच गई। अमृतसर, संगरूर और एसबीएस नगर सबसे ठंडे स्थानों में शामिल रहे, जहां न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चंडीगढ़ में दृश्यता घटकर 80 मीटर रह गई। कोहरे के कारण रेल और सड़क यातायात बाधित हो गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हिमाचल प्रदेश: शीतलहर ने बढ़ाई मुश्किलें हिमाचल प्रदेश में ठंड का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। ऊना जिले में न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जनजातीय इलाकों जैसे लाहौल और स्पीति के ताबो में तापमान शून्य से नीचे चला गया। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है, जो ठंड को और अधिक तीव्र कर सकती है।
उत्तर प्रदेश: कोहरा और ठंड ने रोकी रफ्तार उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में घने कोहरे और कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया है। इटावा और आगरा सबसे ठंडे रहे, जहां न्यूनतम तापमान 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने गुरुवार और शुक्रवार को मौसम के शुष्क रहने की संभावना जताई है, लेकिन घने कोहरे और भीषण ठंड का असर जारी रहेगा। शनिवार और रविवार को राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की भी संभावना है।
यातायात पर असर खराब मौसम की वजह से ट्रेनों की आवाजाही पर गहरा असर पड़ा है। कोटा-पटना एक्सप्रेस, गोरखधाम एक्सप्रेस सहित कई ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। कोटा-पटना एक्सप्रेस 11 घंटे की देरी से चली, जबकि गोरखधाम एक्सप्रेस 9 घंटे देर से पहुंची। हालांकि, हवाई सेवाओं पर कोहरे का अधिक प्रभाव नहीं पड़ा है।
सावधानियां और सलाह ठंड और कोहरे से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें। सड़क पर वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें। बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें। कोहरे के कारण रेल और सड़क यात्रा से पहले जानकारी प्राप्त करें।
उत्तर भारत में शीतलहर का यह दौर अभी जारी रहेगा। प्रशासन और नागरिकों को सावधानी और जागरूकता के साथ इन हालातों का सामना करना होगा।
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